क्या ओडिशा विधानसभा में उर्वरक संकट को लेकर हंगामा हुआ?

Click to start listening
क्या ओडिशा विधानसभा में उर्वरक संकट को लेकर हंगामा हुआ?

सारांश

ओडिशा विधानसभा में उर्वरक संकट को लेकर हंगामा हुआ, जिसमें बीजद नेताओं ने सदन की कार्यवाही रोकने की मांग की। क्या इस संकट का प्रभाव राज्य के किसानों पर पड़ेगा? जानें इस मामले में क्या हो रहा है।

Key Takeaways

  • ओडिशा विधानसभा में उर्वरक संकट के मुद्दे पर हंगामा हुआ।
  • बीजद ने सदन की कार्यवाही रोकने की मांग की।
  • किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
  • उर्वरक की कमी से फसलें प्रभावित हो रही हैं।
  • दूसरे दलों ने भी इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया है।

भुवनेश्वर, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को राज्य में उर्वरक संकट पर विपक्षी बीजद नेताओं ने जोरदार हंगामा किया।

जैसे ही सदन में प्रश्नकाल की शुरुआत हुई, बीजद के सदस्य तख्तियां और बैनर लेकर स्पीकर सुरमा पाधी के मंच के पास इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे। उनकी मांग थी कि उर्वरक संकट पर चर्चा के लिए सदन की सभी कार्यवाहियों को रोक दिया जाए।

हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने केवल चार मिनट के प्रश्नकाल के बाद सदन को दोपहर 4 बजे तक स्थगित कर दिया। उल्लेखनीय है कि विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने भी उर्वरक संकट पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया है।

बीजद की वरिष्ठ नेता और मुख्य सचेतक प्रमिला मल्लिक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ओडिशा में इस समय उर्वरक की गंभीर कमी है। कई स्थानों पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पर्याप्त मात्रा में उर्वरक नहीं मिल रहा। उर्वरक की कमी के कारण उनकी फसलें बर्बाद होने की स्थिति में हैं। उन्होंने स्पीकर से अनुरोध किया कि किसानों के हित में, जो राज्य की 60 फीसदी आबादी हैं, सदन की सभी कार्यवाहियों को रोककर उर्वरक संकट पर चर्चा की जाए।

कांग्रेस द्वारा पेश किए गए स्थगन प्रस्ताव पर एक सवाल के जवाब में, मलिक ने कहा कि 10 से 15 मिनट की चर्चा इस गंभीर मुद्दे के लिए पर्याप्त नहीं है।

उन्होंने कहा कि बीजद ने स्पीकर से अनुरोध किया है कि सदन के अन्य सभी कार्यों को स्थगित कर दिया जाए और उर्वरक संकट पर एक विस्तृत चर्चा की अनुमति दी जाए।

वहीं, भाजपा के एक वरिष्ठ विधायक ने कहा, "बीजेडी और कांग्रेस नेता लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते। अगर वे लोकतांत्रिक सिद्धांतों में विश्वास रखते, तो प्रश्नकाल के दौरान हंगामा नहीं करते। कांग्रेस और बीजेडी के सदस्य जानबूझकर सदन की कार्यवाही में बाधा डालने का प्रयास कर रहे थे। हम इस मुद्दे पर विपक्ष द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार थे - तो फिर वे पीछे क्यों हट गए?"

Point of View

लेकिन इसे लोकतांत्रिक तरीके से उठाया जाना चाहिए। हमें उम्मीद है कि सभी दल मिलकर इस संकट का समाधान निकालेंगे।
NationPress
19/09/2025

Frequently Asked Questions

ओडिशा में उर्वरक संकट का मुख्य कारण क्या है?
उर्वरक संकट का मुख्य कारण सप्लाई में कमी और बढ़ती मांग है, जिससे किसानों को आवश्यक उर्वरक नहीं मिल पा रहा।
बीजद ने सदन में क्या मांग की है?
बीजद ने सदन की सभी कार्यवाहियां रोककर उर्वरक संकट पर चर्चा करने की मांग की है।
क्या कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया?
हाँ, कांग्रेस ने भी उर्वरक संकट पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया है।