क्या ओडिशा में भाजपा का एससी-एसटी नेतृत्व प्रशिक्षण जमीनी स्तर पर शासन को मजबूत करेगा?

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क्या ओडिशा में भाजपा का एससी-एसटी नेतृत्व प्रशिक्षण जमीनी स्तर पर शासन को मजबूत करेगा?

सारांश

ओडिशा में भाजपा के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य एससी और एसटी नेताओं को जमीनी स्तर पर शासन में सक्षम बनाना है। रबी नारायण नाइक ने इसका महत्व बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम आदिवासी और हाशिए पर पड़े समुदायों के कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।

Key Takeaways

  • एससी-एसटी नेताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
  • जमीनी स्तर पर शासन को मजबूत करना
  • आदिवासी समुदायों की सक्रिय भागीदारी
  • समावेशी शासन का प्रोत्साहन
  • नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास

भुवनेश्वर, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के पंचायती राज और पेयजल मंत्री रबी नारायण नाइक ने अनुसूचित जाति (एससी) तथा अनुसूचित जनजाति (एसटी) के सांसदों और विधायकों के लिए भाजपा के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की।

उन्होंने इसे जमीनी स्तर पर नेतृत्व को सुदृढ़ करने और समावेशी शासन को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

भाजपा के राज्य मुख्यालय में आयोजित इस सत्र के बाद मीडिया से बात करते हुए रबी नारायण नाइक ने कहा कि यह प्रशिक्षण आदिवासी विकास परिषद और भाजपा के संगठनात्मक नेतृत्व के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रतिनिधियों को जनता के प्रति जवाबदेह बनाना था। यह कार्यक्रम हमारे मूल्यों, व्यवहार और सांस्कृतिक परंपराओं को मजबूत करने के साथ-साथ हमारी नेतृत्व क्षमता को निखारने पर केंद्रित रहा। इस दौरान शासन, आदिवासी विकास और हाशिए पर पड़े समुदायों के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई।

रबी नारायण नाइक ने आगे कहा, "भाजपा समाज के हर वर्ग के समग्र विकास में विश्वास करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और बीएल संतोष तथा जुएल ओराम जैसे वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में हम अपने कार्यों को बेहतर बनाने और लोगों से बेहतर जुड़ाव के लिए उनके अनुभव से सीख रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से प्रतिनिधियों को नीतियों को बेहतर ढंग से समझने और जनजातीय एवं ग्रामीण आबादी तक कल्याणकारी लाभ अधिक कुशलता से पहुंचाने में मदद मिलेगी। आज साझा किए गए अनुभव हमें जमीनी स्तर पर काम करने में सहायता करेंगे। ओडिशा अपने जनजातीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी के साथ आगे बढ़ेगा।

उन्होंने विपक्ष की भी आलोचना करते हुए कहा, "दशकों तक शासन करने वाले लोग वास्तविक बदलाव लाने में असफल रहे हैं। अब वे केवल राजनीति के लिए विकास का विरोध कर रहे हैं। जनता खोखले वादों और सच्चे कार्यों के बीच का अंतर जानती है।"

इस प्रशिक्षण सत्र में केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेता उपस्थित रहे, जिन्होंने आदिवासी और अनुसूचित जाति समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ संवाद किया।

रबी नारायण नाइक ने विश्वास व्यक्त किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी बिहार विधानसभा चुनाव और नुआपाड़ा उपचुनाव दोनों में जीत हासिल करेगी।

उन्होंने कहा कि बिहार के लोग 'डबल इंजन सरकार' मॉडल पर विश्वास करते हैं। जहां कहीं भी डबल इंजन वाली सरकार है, वहां विकास नजर आता है। यह बात सबसे गरीब नागरिकों से लेकर प्रशासनिक व्यवस्था में बैठे लोगों तक सभी जानते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने एक ऐसी व्यवस्था के साथ शासन को बदल दिया है, जो गरीबों का उत्थान करती है और समाज के हर वर्ग को मजबूत बनाती है।

Point of View

जिसमें वे अनुसूचित जातियों और जनजातियों के नेताओं को सशक्त बनाकर जमीनी स्तर पर शासन को सुदृढ़ करने का प्रयास कर रहे हैं। यह पहल न केवल पार्टी के लिए, बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।
NationPress
09/10/2025

Frequently Asked Questions

भाजपा का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कब आयोजित किया गया?
यह कार्यक्रम 9 अक्टूबर को भुवनेश्वर में आयोजित किया गया।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के नेताओं को जमीनी स्तर पर शासन में सक्षम बनाना है।
इस कार्यक्रम में कौन-कौन से नेता शामिल थे?
इसमें केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।