क्या ओडिशा का नया रोडमैप विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है?
सारांश
Key Takeaways
- दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
- मुख्यमंत्री ने योजनाओं के कार्यान्वयन पर जोर दिया।
- 2036 तक समृद्ध ओडिशा का लक्ष्य।
- जिलाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- राज्य के विकास के लिए समन्वय आवश्यक है।
भुवनेश्वर, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा में सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) का दूसरा प्रमुख संयुक्त सम्मेलन मंगलवार को भुवनेश्वर स्थित राज्य सम्मेलन केंद्र में प्रारंभ हुआ। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस दो दिवसीय उच्च-स्तरीय कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन किया और ओडिशा भर में शासन की गहन समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "हमारी सरकार की जो विभिन्न योजनाएं चल रही हैं, उनका सही तरीके से क्रियान्वयन कैसे किया जाए, इस पर चर्चा करने के लिए ही सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) का संयुक्त सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार का एक बड़ा विजन है, 2036 तक समृद्ध और विकसित ओडिशा और 2047 तक विकसित भारत। यह विजन हमारे भविष्य के मार्ग को निर्धारित करेगा, इसलिए हमारा प्रयास है कि हम अपने राज्य की स्थिति को और सुधारने की योजना बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको अपने राज्य की आर्थिक स्थिति को 4 से 5 गुना बढ़ाने के लिए इसी आधार पर आगे बढ़ना होगा। हमें विभिन्न सेक्टरों का विस्तार करना होगा, ताकि कम से कम समय में विकास हो सके। जब तक लोगों का विकास नहीं होगा, तब तक राज्य का विकास संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आज मैंने भुवनेश्वर में जिलाधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों के दो दिवसीय संयुक्त सम्मेलन का उद्घाटन किया। जिलाधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों की जमीनी स्तर पर सरकार के प्रतिनिधियों के रूप में शासन में महत्वपूर्ण भूमिका है।"
उन्होंने आगे लिखा कि इस अवसर पर मैंने जिलाधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों को परियोजनाओं के क्रियान्वयन, क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने और बुनियादी सुविधाओं के प्रावधान पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। सुशासन के लिए लोगों की समस्याओं का समाधान अत्यंत महत्वपूर्ण है और हमें समृद्ध ओडिशा के निर्माण के लिए मिलकर काम करना होगा।