'क्या 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित एक गलती थी?: आरपी सिंह

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन ब्लू स्टार को राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित माना गया।
- इस अभियान ने देश को गंभीर नुकसान पहुंचाया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख समुदाय के लिए न्याय की बात की।
- देश की एकता और सौहार्द को मजबूत करने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' को 'गलत तरीका' बताने के बाद देश का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरमा गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता आरपी सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित एक गलती थी।
आरपी सिंह ने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के द्वारा कहा गया, वह बिल्कुल सही है। 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' की कोई आवश्यकता नहीं थी। यह पूरी तरह से स्वर्गीय इंदिरा गांधी की राजनीतिक महत्वाकांक्षा का परिणाम था।
उन्हें आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी उस समय सिख समुदाय को 'देशद्रोही' साबित करना चाहती थीं और राष्ट्रवाद की लहर में चुनावी लाभ उठाने के उद्देश्य से इस अभियान को अंजाम दिया गया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बांटने के बाद खुद को एक सशक्त राष्ट्रवादी नेता के रूप में स्थापित किया, जिसकी वजह से वह चुनाव जीत गईं। हालांकि, उनकी हत्या के लिए यह ऑपरेशन प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार नहीं था, बल्कि वह अपने बनाए राजनीतिक मकड़जाल में खुद फंस गई थीं।
आरपी सिंह ने चिदंबरम के इस कथन का विरोध किया कि इस ऑपरेशन के लिए केवल इंदिरा गांधी जिम्मेदार नहीं थीं। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी थी, फैसले उन्हीं के निर्देश पर लिए गए थे। 1982 के एशियाई खेलों के दौरान सिखों की पगड़ियां और कपड़े उतरवाकर तलाशी ली जाती थी। यह भी उसी सरकार की नीति थी। 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' पहले से ही योजनाबद्ध था।
उन्होंने कहा कि इन फैसलों के कारण देश को भारी नुकसान उठाना पड़ा। खालिस्तान की मांग आज भी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। फर्क सिर्फ इतना है कि अब यह आवाज विदेशों से उठती है। सिख समुदाय को जो जख्म उस दौर में मिले, वे आज भी नहीं भरे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन घावों को भरने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। अब वक्त है कि सिख समाज के साथ न्याय हो और राजनीति से ऊपर उठकर देश की एकता और सौहार्द को मजबूत किया जाए।