क्या ऑपरेशन क्लीन-2 के तहत 218 लावारिस वाहनों की नीलामी से 26 लाख से अधिक की आमदनी हुई?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन क्लीन-2 के तहत 218 लावारिस वाहनों की नीलामी।
- सरकारी खजाने में 26 लाख से अधिक की आमदनी।
- वाहनों का मूल्यांकन गौतमबुद्धनगर परिवहन विभाग द्वारा किया गया।
- पुलिस की कार्यकुशलता को साबित करने वाला अभियान।
- शहर की सुरक्षा और सफाई में महत्वपूर्ण योगदान।
नोएडा, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के अंतर्गत संचालित ऑपरेशन क्लीन-2 अभियान के तहत थाना फेस-3 पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए लावारिस वाहनों की नीलामी कर सरकारी खजाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शनिवार 29 सितंबर 2025 को माननीय न्यायालय के आदेश पर थाना परिसर में कुल 218 वाहनों की नीलामी की गई। यह कार्रवाई डीसीपी सेंट्रल नोएडा और एडीसीपी सेंट्रल नोएडा के पर्यवेक्षण में की गई।
नीलामी प्रक्रिया शुरू करने से पहले सभी वाहनों का परिवहन विभाग, गौतमबुद्धनगर द्वारा उचित मूल्यांकन कराया गया। नीलामी में कुल 15 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिसमें सबसे अधिक बोली आकिल नामक प्रतिभागी द्वारा 22 लाख 1 हजार की लगाई गई।
इसके अलावा थाना हाजा में जब्त शराब के स्टॉक का भी निस्तारण किया गया, जिससे 4,10,000 की अतिरिक्त आमदनी हुई। कुल मिलाकर पुलिस ने 26,11,400 की माल राशि निस्तारित कर सरकारी राजस्व में जमा कराई। निरीक्षण स्थल पर एसीपी प्रथम सेंट्रल नोएडा, थाना प्रभारी फेस-3 सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।
अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन-2 का उद्देश्य शहर में सड़क किनारे पड़े कबाड़ वाहनों, परित्यक्त गाड़ियों और जब्त वाहन सामग्री का निस्तारण कर न केवल स्थान खाली कराना है, बल्कि उससे प्राप्त राजस्व को सार्वजनिक हित में उपयोग करना भी है।
पुलिस कमिश्नरेट का मानना है कि ऐसे अभियानों से न केवल शहर की सुंदरता और यातायात व्यवस्था में सुधार होता है, बल्कि अपराध नियंत्रण में भी मदद मिलती है, क्योंकि लावारिस वाहन अक्सर आपराधिक गतिविधियों में प्रयोग किए जाने की आशंका रहती है।
थाना फेस-3 पुलिस की यह नीलामी अब तक की सबसे बड़ी नीलामियों में से एक मानी जा रही है, जिसने पुलिस प्रशासन की कार्यकुशलता को एक बार फिर साबित किया है।