क्या पलामू में सुरक्षाबलों और टीपीसी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 5 लाख का इनामी ढेर हुआ?

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क्या पलामू में सुरक्षाबलों और टीपीसी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 5 लाख का इनामी ढेर हुआ?

सारांश

पलामू में सुरक्षाबलों और टीपीसी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ ने 5 लाख के इनामी नक्सली मुखदेव यादव को ढेर किया। यह संघर्ष सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है। जानिए इस ऑपरेशन की पूरी कहानी और झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान के बारे में।

Key Takeaways

  • पलामू में सुरक्षाबलों ने टीपीसी नक्सलियों के खिलाफ बड़ी मुठभेड़ की।
  • मुखदेव यादव 5 लाख का इनामी नक्सली था।
  • सुरक्षाबलों का अभियान नक्सलियों के खिलाफ सक्रिय है।
  • राज्य में नक्सलियों की संख्या 100 से 150 के बीच है।
  • 2026 तक झारखंड को नक्सल मुक्त बनाने का लक्ष्य।

पलामू, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के पलामू जिले के मनातू जंगल में रविवार को सुरक्षाबलों और प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के बीच हुई मुठभेड़ में 5 लाख का इनामी नक्सली मुखदेव यादव मारा गया।

सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों ने 10 लाख के इनामी कमांडर शशिकांत को निशाना बनाकर व्यापक स्तर पर सर्च ऑपरेशन प्रारंभ किया था। कोबरा, झारखंड जगुआर और अन्य सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम जब कॉम्बिंग कर रही थी, तभी नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी।

जवाबी कार्रवाई में मुखदेव यादव मारा गया। उसके खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज थे और वह 3 सितंबर को पलामू में हुई एक मुठभेड़ में भी शामिल था, जिसमें पुलिस के दो जवान शहीद हुए थे।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रविवार का अभियान अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन है, जिसमें 200 से अधिक सुरक्षाकर्मी शामिल रहे। शशिकांत के दस्ते में 8 से 10 सदस्य होने की जानकारी मिली है, जिनमें मुखदेव और एक अन्य इनामी नक्सली नगीना भी शामिल था।

इससे पहले 7 सितंबर को पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के बुर्जुवा पहाड़ी पर मुठभेड़ में पुलिस और सुरक्षा बलों ने 10 लाख के इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटन को ढेर कर दिया था। बोकारो जिले के ढोडी गांव का निवासी अमित 96 नक्सली वारदातों में वांटेड था।

झारखंड पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में हर महीने औसतन तीन नक्सली मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं। पुलिस का अनुमान है कि फिलहाल राज्य में 100 से 150 माओवादी सक्रिय हैं। वर्तमान में 58 नक्सली इनामी सूची में हैं, जिन पर कुल 5 करोड़ 46 लाख रुपए का इनाम घोषित है।

झारखंड पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में भाकपा माओवादी के 13 बड़े नक्सली हैं, जिनमें मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी और असीम मंडल पर एक-एक करोड़ का इनाम है।

इनके अलावा, अनमोल, मोछु, अजय महतो, अगेन अंगरिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, जयकांत और रापा मुंडा भी सूची में शामिल हैं।

इस वर्ष नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ी मुठभेड़ 21 अप्रैल को हुई थी, जब बोकारो जिले के लुगु पहाड़ पर एक करोड़ के इनामी प्रयाग मांझी उर्फ विवेक सहित आठ माओवादी मारे गए थे।

झारखंड पुलिस और केंद्रीय बल मार्च 2026 तक राज्य को नक्सल मुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत अभियान चला रहे हैं। इस वर्ष जनवरी से अब तक कुल 24 नक्सली मारे जा चुके हैं।

Point of View

बल्कि यह नक्सलियों के खिलाफ दृढ़ता की भी मिसाल है। सरकार और सुरक्षाबलों के प्रयासों से उम्मीद है कि झारखंड जल्द ही नक्सल मुक्त बनेगा।
NationPress
14/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या मुखदेव यादव पर कई मामले दर्ज थे?
हाँ, मुखदेव यादव पर कई गंभीर मामले दर्ज थे और वह पहले भी मुठभेड़ों में शामिल रहा है।
झारखंड में नक्सलियों की संख्या कितनी है?
पुलिस का अनुमान है कि झारखंड में वर्तमान में 100 से 150 माओवादी सक्रिय हैं।
क्या सुरक्षाबलों का यह अभियान सफल है?
जी हाँ, यह अभियान सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है, जिसमें 5 लाख का इनामी नक्सली मारा गया है।