क्या पार्टी आलाकमान और सहयोगी दल मिलकर तय करेंगे सीएम चेहरा? : भूपेश बघेल

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन में सीएम चेहरे को लेकर असमंजस है।
- तेजस्वी यादव को राजद द्वारा प्रोजेक्ट किया जा रहा है।
- कांग्रेस ने अभी तक अपना निर्णय नहीं लिया है।
- बिहार में चुनाव की तिथियाँ निर्धारित हो चुकी हैं।
- सभी दलों में चर्चा जारी है।
पटना, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भले ही बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर तेजस्वी यादव को उजागर कर रहा हो, लेकिन कांग्रेस इसके लिए सहमत नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कहा कि यह पार्टी आलाकमान और सहयोगी दलों के नेता मिलकर निर्णय करेंगे।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने एनडीए में सीट बंटवारे पर टिप्पणी की और कहा कि वहाँ धमकी भी शुरू हो गई है।
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि धीरे-धीरे सभी समस्याओं का समाधान हो रहा है। हम आपस में चर्चा कर जिम्मेदारी का बंटवारा करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि कहीं कोई समस्या नहीं है। हालांकि, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया।
वास्तव में, महागठबंधन में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर टकराव है। राजद अपने नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री फेस के रूप में प्रस्तुत कर रहा है, जबकि कांग्रेस अपने पत्ते नहीं खोल रही है।
हाल के दिनों में जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी से इस विषय पर सवाल किया गया, तो उन्होंने इसे टाल दिया। कहा जा रहा है कि कांग्रेस तेजस्वी यादव के सीएम फेस के नाम पर मुहर नहीं लगाकर दबाव की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। कांग्रेस इस बार ऐसी सीटों पर अड़ी हुई है जहाँ वह मजबूत है।
वास्तव में, बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा के बाद अब तक महागठबंधन में सीट बंटवारे की घोषणा नहीं हो पाई है। हालांकि, सभी दलों में बैठकों का क्रम जारी है।
बता दें कि चुनाव आयोग ने सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा के बाद चुनाव की तारीखें निर्धारित की हैं। पहले चरण में बिहार में 6 नवंबर को 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे, जबकि दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होगा। मतों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी।