क्या भाजपा सांसद मनोज तिग्गा ने ममता बनर्जी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- मनोज तिग्गा ने ममता बनर्जी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
- ईडी और सीबीआई स्वतंत्र संस्थाएं हैं।
- भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई होनी चाहिए।
- राज्य सरकार की सभा और जुलूस निकालने पर रोक।
- लोकतांत्रिक कानूनों की आवश्यकता।
हुगली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद मनोज तिग्गा ने शुक्रवार को श्रीरामपुर संगठनात्मक जिले में जाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर झूठ बोलने का गंभीर आरोप लगाया।
ममता बनर्जी ने हाल ही में दावा किया था कि जब वह भाजपा के खिलाफ बोलती हैं, तो केंद्र सरकार उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), सीबीआई, और डीआरआई जैसी एजेंसियों की धमकी देती है।
इस पर भाजपा सांसद मनोज तिग्गा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "ममता बनर्जी की झूठ बोलने की आदत है। ईडी और सीबीआई जैसी स्वतंत्र संस्थाएं किसी भी व्यक्ति के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करतीं। यदि कोई गलत कार्य करता है, तो ये एजेंसियां उसके पीछे पड़ जाती हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा में कई प्रमुख नेता हैं, लेकिन ईडी-सीबीआई उनके पीछे नहीं जाती। केंद्र में भाजपा 11 वर्षों से सत्ता में है, फिर भी किसी मंत्री पर कोई आरोप नहीं लगा।
तिग्गा ने सवाल उठाया, "ईडी-सीबीआई राज्य के नेताओं के पीछे क्यों पड़ी है? यदि कोई भ्रष्टाचार करता है, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "यह एक लोकतांत्रिक देश है। यहां हर कोई अपनी पसंद की राजनीति कर सकता है। असम भाजपा मजबूत है, और इस्तीफे पार्टी की दृढ़ता को प्रभावित नहीं करेंगे।" गोहैन ने इस्तीफे में वरिष्ठ नेताओं के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था, लेकिन तिग्गा ने इसे आंतरिक मामला करार दिया।
राष्ट्रपति शासन के मुद्दे पर तिग्गा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कोई भी सभा या जुलूस निकालने पर राज्य सरकार बाधाएं खड़ी करती है। कई बार हाईकोर्ट से अनुमति लेनी पड़ती है।
उन्होंने कहा, "यदि राज्य में उचित लोकतांत्रिक कानून होते, तो सभी दलों को सभाएं करने की स्वतंत्रता मिलती। जब भी हम जुलूस निकालने जाते हैं, हमें रोका जाता है। स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जा सकता है।"