क्या बीपीएससी टीआरई-4 के लिए छात्रों का प्रदर्शन पटना में जारी रहेगा?

सारांश
Key Takeaways
- छात्रों का प्रदर्शन बीपीएससी टीआरई-4 के लिए है।
- पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चलाईं।
- छात्रों की मांग है कि 1.20 लाख पदों का नोटिफिकेशन जारी किया जाए।
- सरकार ने पहले एसटीईटी परीक्षा कराने की घोषणा की है।
- टीआरई-4 परीक्षा दिसंबर में होगी।
पटना, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को बड़ी संख्या में छात्र बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के चौथे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा (टीआरई-4) के लिए 1.20 लाख पदों का नोटिफिकेशन जारी करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चलाईं।
छात्र मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें डाक बंगला चौराहे के पास रोक लिया। इसके बावजूद, छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे और प्रदर्शन करने लगे।
पुलिस ने उन्हें सड़क से हटने की अपील की, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। अंततः पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा और लाठियां चलाकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।
इस लाठीचार्ज के दौरान कई छात्र-छात्राएं घायल भी हुए। पहले, पुलिस ने गांधी मैदान में प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की थी, जिसमें दोनों के बीच झड़प भी हुई। इसके बावजूद, वे डाक बंगला की ओर बढ़ते रहे।
इन छात्रों की मांग है कि सरकार 15 सितंबर से पहले 1.20 लाख पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी करे। उन्होंने सीटों में कटौती का आरोप लगाते हुए अपना गुस्सा व्यक्त किया।
उनका कहना है कि बीपीएससी टीआरई-4 में पहले जहां सीटों की संख्या 1 लाख 20 हजार थी, वही अब घटाकर 27 हजार कर दी गई है।
यह उल्लेखनीय है कि सरकार टीआरई 4 से पहले एसटीईटी परीक्षा आयोजित करने वाली है। एसटीईटी के लिए सितंबर में आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अक्टूबर में परीक्षा होगी। इसके बाद टीआरई की प्रक्रिया आरंभ होगी। बीपीएससी टीआरई 4 परीक्षा दिसंबर में प्रस्तावित है।
इससे पहले भी छात्र टीआरई 4 से पहले एसटीईटी की परीक्षा कराने की मांग को लेकर आंदोलन कर चुके थे। इसके बाद सरकार ने टीआरई के पहले एसटीईटी परीक्षा कराने की घोषणा की थी। अब छात्रों ने नई मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।