क्या पबित्रा मार्गेरिटा ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई?

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क्या पबित्रा मार्गेरिटा ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई?

सारांश

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने इक्वाडोर, बोलीविया और क्यूबा के दौरे के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का आश्वासन दिया। उन्होंने नए भारतीय दूतावासों का उद्घाटन किया और महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लिया। जानें, इस यात्रा में क्या खास रहा।

Key Takeaways

  • पबित्रा मार्गेरिटा का तीन देशों का दौरा भारत की विदेश नीति को मजबूती देता है।
  • नए भारतीय दूतावासों का उद्घाटन महत्वपूर्ण है।
  • द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए संवाद आवश्यक है।
  • भारत के समर्थन से बोलीविया और क्यूबा को विकास में मदद मिलेगी।
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर देना भारत की रणनीति का हिस्सा है।

नई दिल्ली, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने 4 से 10 नवंबर तक इक्वाडोर, बोलीविया और क्यूबा का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान, मार्गेरिटा ने तीनों देशों के साथ हितधारकों के साथ संवाद स्थापित करने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने इक्वाडोर और बोलीविया में नए भारतीय दूतावासों का उद्घाटन भी किया। उनकी यात्रा का प्रारंभ 4 से 5 नवंबर तक इक्वाडोर में हुआ, जहां उन्होंने राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ अजिन से मुलाकात की।

मार्गेरिटा ने विदेश मामलों और मानव गतिशीलता मंत्री मारिया गैब्रिएला सोमरफेल्ड रोसेरो और कृषि मंत्री के साथ आपसी हित के मामलों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के अनुसार, उन्होंने क्विटो में वहां के विदेश मंत्री के साथ भारतीय दूतावास खोलने की घोषणा की और भारतीय तथा इक्वाडोर के राजनयिक प्रशिक्षण संस्थानों के बीच सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया।

भारत के विदेश राज्य मंत्री ने इक्वाडोर के उम्मीदवारों को डिजिटल, एआई और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में आईटीईसी प्रशिक्षण स्लॉट का उपयोग जारी रखने के लिए आमंत्रित किया। दोनों पक्षों ने 2026 की पहली छमाही में भारत में अगला विदेश कार्यालय परामर्श करने पर सहमति व्यक्त की। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने क्विटो में नायकों के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके अतिरिक्त, पबित्रा मार्गेरिटा ने इक्वाडोर में व्यापार और भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ भी वार्ता की।

इसके बाद, मार्गेरिटा बोलीविया के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने 8 नवंबर को राजधानी ला पाज में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रोड्रिगो पाज और उपराष्ट्रपति एडमंड लारा के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की शुभकामनाएं भी दीं।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद, उन्होंने नए राष्ट्रपति के साथ एक संक्षिप्त बैठक की और बोलीविया और उसके लोगों के विकास के लिए भारत के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने ला पाज के मल्लासा पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत एक पौधा लगाया।

मार्गेरिटा ने ला पाज में भारतीय दूतावास के नए भवन का उद्घाटन किया और 'वंदे मातरम' के 150वें वर्ष समारोह में भाग लिया। यहां उन्होंने व्यापार, संस्कृति, भारतीय समुदायों के प्रतिनिधियों और आईटीईसी विद्वानों के साथ चर्चा की।

विदेश दौरे के अंतिम चरण में, 9-10 नवंबर को क्यूबा में, मार्गेरिटा ने राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल बरमुडेज, उप प्रधानमंत्री एडुआर्डो मार्टिनेज डियाज और विदेश व्यापार एवं विदेशी निवेश मंत्री ऑस्कर पेरेज-ओलिवा से मुलाकात की।

इन नेताओं के साथ बातचीत में, दोनों देशों ने आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मामलों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने क्यूबा के कार्यवाहक विदेश मंत्री गेरार्डो पेनाल्वर पोर्टल से भी मुलाकात की, जिसका उद्देश्य चल रहे सहयोग पर विचार साझा करना और जुड़ाव के नए क्षेत्रों का पता लगाना था।

भारत और क्यूबा के बीच आपराधिक मामलों पर पारस्परिक कानूनी सहायता संधि तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम पर प्रोटोकॉल पर भी हस्ताक्षर किए गए। मार्गेरिटा ने क्यूबा के राष्ट्रीय नायक जोसे मार्टी स्मारक और हवाना में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की और फिदेल कास्त्रो केंद्र का दौरा किया।

विदेश राज्य मंत्री ने तूफान मेलिसा के बाद क्यूबा के उप प्रधानमंत्रियों को 20 टन एचएडीआर राहत सामग्री प्रदान की। इस समारोह में स्वास्थ्य, उद्योग, विदेश व्यापार एवं सहयोग, पर्यटन आदि क्षेत्रों के कई उप-मंत्री भी उपस्थित रहे।

तीन देशों के दौरे के दौरान, पबित्रा मार्गेरिटा ने स्वास्थ्य एवं फार्मा, आयुर्वेद और योग, डिजिटल तकनीक जैसे डीपीआई और यूपीआई, एआई और नवाचार, महत्वपूर्ण खनिजों, वस्त्र और पर्यटन सहित व्यापार को बढ़ावा देने और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाने के लिए भारतीय फिल्मों, फैशन और खाद्य महोत्सवों के आयोजन के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।

Point of View

पबित्रा मार्गेरिटा की यह यात्रा भारत की विदेश नीति को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल द्विपक्षीय संबंधों को विकासशील देशों के साथ बढ़ाता है, बल्कि भारत की वैश्विक भूमिका को भी प्रगाढ़ करता है।
NationPress
12/11/2025

Frequently Asked Questions

पबित्रा मार्गेरिटा ने किन देशों का दौरा किया?
पबित्रा मार्गेरिटा ने इक्वाडोर, बोलीविया और क्यूबा का दौरा किया।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और नए दूतावासों का उद्घाटन करना था।
मार्गेरिटा ने किन नेताओं से मुलाकात की?
मार्गेरिटा ने इक्वाडोर के राष्ट्रपति, बोलीविया के राष्ट्रपति और क्यूबा के राष्ट्रपति से मुलाकात की।
भारत और क्यूबा के बीच क्या समझौते पर हस्ताक्षर हुआ?
भारत और क्यूबा के बीच आपराधिक मामलों पर पारस्परिक कानूनी सहायता संधि और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम पर प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर हुए।
मार्गेरिटा ने किस प्रकार की सहायता क्यूबा को प्रदान की?
मार्गेरिटा ने तूफान मेलिसा के बाद क्यूबा के उप प्रधानमंत्रियों को 20 टन एचएडीआर राहत सामग्री प्रदान की।