क्या सर्दियों में पेट दर्द से खांसी तक, अजवाइन एक वरदान है?
सारांश
Key Takeaways
- अजवाइन का सेवन सर्दियों में स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिला सकता है।
- यह एक प्राकृतिक औषधि है, जिसमें थाइमोल पाया जाता है।
- गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों में सर्दी-खांसी, गैस, पेट दर्द, जोड़ों का दर्द और पीरियड्स के दौरान तेज दर्द की समस्या आम हो जाती है। भारतीय रसोई में पाया जाने वाला अजवाइन इन सभी समस्याओं का प्रभावी समाधान हो सकता है।
आयुर्वेद और आधुनिक अनुसंधान दोनों ही अजवाइन को एक शक्तिशाली प्राकृतिक औषधि मानते हैं। इसमें मुख्य तत्व थाइमोल 40-50 प्रतिशत तक पाया जाता है, जो एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध है। इसमें आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे खनिज और ओमेगा-9 फैटी एसिड भी होते हैं, जो इसे सभी आयु वर्ग के लिए फायदेमंद बनाते हैं।
आयुर्वेद में अजवाइन का विशेष महत्व है। इसके सेवन के सरल तरीके बताए गए हैं। सर्दियों में गैस या पेट दर्द की समस्या होने पर एक चम्मच अजवाइन को हल्का भूनकर, उसमें काला नमक मिलाकर चबाने से 10-15 मिनट में राहत मिलती है। अजवाइन न केवल गैस और पेट दर्द से राहत देता है, बल्कि सर्दी-खांसी और बंद नाक में भी सहायक होता है। उबलते पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर भाप लेने से थाइमोल की भाप साइनस को खोलती है और बलगम को पिघलाती है।
पीरियड्स के दौरान तेज दर्द और ऐंठन से राहत पाने के लिए आधा चम्मच अजवाइन को एक कप पानी में 5-7 मिनट उबालें और उसमें थोड़ा गुड़ मिलाकर गर्म-गर्म पिएं। भुनी अजवाइन को पीसकर उसमें सेंधा नमक मिलाकर भोजन के बाद चुटकी भर लेने से एसिडिटी और अपच की समस्या दूर होती है। अजवाइन जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों की जकड़न के लिए भी प्रभावी है। इसे गर्म करके कपड़े में लपेटकर दर्द वाली जगह पर सेकने से सूजन और दर्द में कमी आती है।
अंत में, अजवाइन का सेवन बेहद लाभकारी है, यह बिना किसी साइड इफेक्ट के बड़ी समस्याओं से बचाने में सहायक है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्टों का कहना है कि अजवाइन की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्भवती महिलाओं और पाइल्स के मरीजों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।