क्या राहुल गांधी इटली का चश्मा हटाकर देशभक्ति और राष्ट्रप्रथम को समझ पाएंगे? : तरुण चुघ
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी को इटली का चश्मा हटाने की सलाह दी गई है।
- आरएसएस पर बयान को दुर्भाग्यपूर्ण माना गया है।
- कांग्रेस की आर्थिक स्थिति चिंताजनक है।
- पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है।
- भाजपा के तरुण चुघ ने कड़े सवाल उठाए हैं।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संसद के शीतकालीन सत्र में, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर उठाए गए सवालों का भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इटली का चश्मा हटाना चाहिए, तब वे देशभक्ति और राष्ट्रप्रथम के महत्व को समझ सकेंगे।
चुघ ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी का संघ के बारे में दिया गया बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। जो लोग पाकिस्तान के इशारों पर नाचते हैं, आतंकवादियों का महिमामंडन करते हैं और हमारे सुरक्षा बलों का अपमान करते हैं, वो गांधी-नेहरू परिवार का यह अनुभवहीन और भ्रष्ट 'राजकुमार' संघ के कार्यकर्ताओं की देशभक्ति की भावना को नहीं समझ सकता। पहले इटैलियन चश्मा हटाओ, फिर तुम देशभक्ति और राष्ट्र पहले के सिद्धांत को समझ पाओगे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी 95 हार की कुंठा और निराशा में बासी कढ़ी में उबाल दे रहे हैं, जबकि सर्वदलीय जांच और न्याय प्रक्रिया से यह स्पष्ट हो चुका है कि ईवीएम प्रणाली न्यायसंगत और वैज्ञानिक है। वे अपनी हार का दोष ईवीएम और चुनाव आयोग पर डालने के बजाय आत्मचिंतन करें।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी के बयान पर चुघ ने कहा कि यदि सलाह देना चाहते हैं, तो पहले राहुल गांधी के 'खटाखट मॉडल' से प्रभावित कांग्रेस पार्टी को सलाह दें। उनके शासित राज्यों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश में कर्ज-जीडीपी अनुपात 40% से अधिक है, कर्नाटक में 25% और पंजाब में तो 47% तक पहुंच गया है।
चुघ ने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मान सरकार सिर्फ सुर्खियों में रहने का प्रयास कर रही है। पंजाब की बेटियाँ खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं, हाल ही में अमृतसर में 16 साल की एक लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना हुई है। सच यह है कि पंजाब में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। जगह-जगह बम धमाके और टारगेट किलिंग हो रही है।