क्या पाकिस्तान में पुलिस ने इमरान खान की बहन पर वाटर कैनन चलाए?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस की कार्रवाई ने विरोध प्रदर्शनों को और बढ़ा दिया है।
- संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन गंभीर मुद्दा बन गया है।
- पीटीआई ने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से अपील की है।
इस्लामाबाद, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान की राजनीति में गरमी बढ़ी हुई है। वर्तमान में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का गतिरोध नजर आ रहा है। पीटीआई के नेता इमरान खान के बारे में हाल के दिनों में कई खबरें सामने आई हैं। असल में, पाकिस्तान सरकार ने इमरान खान से मिलने पर बैन जारी रखने का निर्णय लिया है। इस पर, पीटीआई के प्रमुख की बहन आलीमा खान बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन करने पहुंच गईं।
जेल के बाहर प्रदर्शनों के दौरान, आलीमा खान और अन्य प्रदर्शनकारियों पर ठंड में पानी की बौछार कर दी गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया।
पाकिस्तानी मीडिया डॉन ने पीटीआई की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा बयान के हवाले से बताया कि पार्टी ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने इमरान खान की बहन और पीटीआई कार्यकर्ताओं की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अदियाला जेल के बाहर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, जबकि कोर्ट ने इमरान खान से मिलने की अनुमति दी थी।
बयान में कहा गया, "शांतिपूर्ण धरने पर यह बेरहमी से की गई कार्रवाई मानवाधिकारों और ठंड के मौसम में इकट्ठा होने की आज़ादी का उल्लंघन है।" इसके साथ ही, पार्टी ने 'एक्स' पर एक वीडियो भी साझा किया जिसमें लोग मौके से भागते और वाटर कैनन का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पीटीआई ने कहा, "पंजाब पुलिस की फासीवादी हरकतें एक बार फिर शुरू हो गई हैं। बहुत ज्यादा ठंड में अदियाला जेल के बाहर शांतिपूर्वक धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन से हमला किया गया। ये कायरतापूर्ण हरकतें न तो हमारी आवाज दबा पाएंगी और न ही हमारा हौसला कम कर पाएंगी।"
एक अन्य पोस्ट में, इमरान खान की पार्टी ने कहा, "उनके परिवार को उनसे मिलने की अनुमति न मिलने के कारण धरना दिया गया। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के खिलाफ वाटर कैनन का उपयोग करना न केवल इमरान खान के कैदी अधिकारों का बेशर्मी से उल्लंघन है, बल्कि सरकार के अत्याचारों का विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए लोगों के संवैधानिक अधिकारों पर भी सीधा हमला है।"
पीटीआई ने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान की बहन अलीमा खान और पीटीआई के सदस्यों ने मंगलवार को रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर धरना देना शुरू कर दिया।
अलीमा खान ने बताया कि इमरान खान को पिछले 14 महीनों से अपने व्यक्तिगत डॉक्टर से मिलने की अनुमति नहीं दी गई है।