क्या पीएम मोदी का चीन दौरा ऐतिहासिक साबित हुआ? : भाजपा नेता अर्जुन मोढवाडिया

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का चीन दौरा ऐतिहासिक साबित हुआ है।
- टैरिफ संकट को अवसर में बदलने की क्षमता दिखाई गई।
- भारत की नई आर्थिक शक्ति उभर रही है।
- एससीओ में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- चीन ने आतंकवाद पर भारत का समर्थन किया।
अहमदाबाद, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात से भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने पीएम मोदी के चीन दौरे को ऐतिहासिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह से टैरिफ के संकट को अवसर में परिवर्तित किया है, वह अत्यंत प्रशंनीय है। यह दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ संकट को पीएम मोदी ने एक अवसर में बदलते हुए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) को एक नई परिभाषा दी।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में एक नया आत्मविश्वास उभर रहा है। यह एससीओ में भारत द्वारा प्राप्त स्थिति से स्पष्ट होता है।
उन्होंने कहा कि पहले, विश्वभर में कई लोगों को लगता था कि ट्रंप द्वारा शुरू किए गए टैरिफ-आधारित दबाव से भारत भयभीत हो जाएगा। लेकिन, पीएम मोदी ने इसे एक अवसर में बदल दिया और एससीओ को नई परिभाषा दी। इसके अलावा, जो देश पहले भारत से दूर थे, जो वैश्विक आबादी के एक बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं, अब एक नई आर्थिक शक्ति बनाने के लिए एक साथ आ रहे हैं, जैसा कि एससीओ बैठक में दर्शाया गया।
उन्होंने कहा कि भारत ने डिफेंस के क्षेत्र में दुनिया को अपनी ताकत दिखाई। भारत महाशक्ति के तौर पर भी उभर रहा है और इसका पूरा श्रेय पीएम मोदी को जाता है।
ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ का जवाब डी-डॉलरीकरण है। इसकी पहल पीएम मोदी ने की है। उन्होंने कहा कि बिना किसी दिखावे के रूस और चीन के साथ भारत का एक इकोनॉमी ट्राइएंगल हुआ है। लोकल मुद्रा में व्यापार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ब्रिक्स देश मिलकर आगे नई मुद्रा लॉन्च कर सकते हैं, जिससे तीनों देश व्यापार की पूर्ति कर सकेंगे; ऐसा देश को आत्मविश्वास मिला है।
ट्रंप को नसीहत देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि टैरिफ के मुद्दे पर दोबारा सोचने की आवश्यकता है।
एससीओ समिट में पीएम मोदी द्वारा आतंकवाद के मुद्दे को उठाने पर भाजपा नेता ने कहा कि चीन पहली बार भारत के स्टैंड पर साथ आया है और उसने माना है कि आतंकवाद सभी के लिए चुनौती है। इससे पहले आतंकवाद पर चीन हमारे साथ नहीं था। इस समिट में चीन ने भारत का पक्ष लिया है और पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है। चीन ने भारत की नीतियों को सराहा है; यह पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की जीत है।