क्या मैं साथ हूं? मणिपुर के सभी संगठन शांति के रास्ते पर आगे बढ़कर अपने सपने पूरे करें: पीएम नरेंद्र मोदी

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का मणिपुर के लिए समर्थन
- शांति और विकास की दिशा में प्रयास
- विकास परियोजनाओं की आधारशिला
- रोड और रेल कनेक्टिविटी का विस्तार
- मणिपुर का भविष्य उज्ज्वल
चूड़ाचांदपुर, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के सभी संगठनों से शांति के रास्ते पर आगे बढ़ने की अपील की है ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे हमेशा इन संगठनों के साथ खड़े हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया, "हमें गर्व है कि हाल ही में हिल्स और वैली में विभिन्न संगठनों के साथ वार्ता हुई है। यह भारत सरकार के प्रयासों का हिस्सा है, जिसमें संवाद, सम्मान और आपसी समझ को प्राथमिकता दी गई है। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे शांति की राह पर चलकर अपने सपनों को साकार करें। मैं आपके साथ हूं, भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है।"
शनिवार को, पीएम नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस कार्यक्रम में, पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर की भूमि हौसले और हिम्मत का प्रतीक है। ये हिल्स, प्रकृति का अनमोल उपहार हैं, और आपकी मेहनत का भी प्रतीक हैं।
मणिपुर के लोगों के जज्बे को मान्यता देते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आप इतनी भारी बारिश में भी इतनी बड़ी संख्या में यहां आए, इस प्यार के लिए मैं आपका आभार प्रकट करता हूं।"
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर का नाम ही मणि है, जो आने वाले समय में पूरे नॉर्थ-ईस्ट की चमक को बढ़ाने वाला है। भारत सरकार का प्रयास है कि मणिपुर को विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ाया जाए। इसी उद्देश्य से मैं आप सभी के बीच आया हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मणिपुर में जीवन को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार मणिपुर को शांति, समृद्धि और प्रगति का प्रतीक बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।"
प्रधानमंत्री ने बताया कि पहले गांवों में पहुंचना कितना कठिन था, यह आप सभी जानते हैं। अब सैकड़ों गांवों में रोड कनेक्टिविटी स्थापित की गई है, जिसका अधिक लाभ पहाड़ी लोगों और ट्राइबल गांवों को मिला है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में मणिपुर में रेल कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है। जीरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन बहुत जल्द राजधानी इंफाल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ देगी।