क्या प्रधानमंत्री मोदी ने हाशिये पर खड़े लोगों को सशक्त बनाया है?: विधायक रामेश्वर शर्मा

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का जन्म गरीब और किसानों के कल्याण के लिए हुआ है।
- हाशिये पर खड़े लोगों को सशक्त करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
- सफाई अभियान और पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- सेवा पखवाड़ा मनाने की योजना है।
- समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर जोर दिया जाएगा।
भोपाल, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर सेवा के कार्यों को आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाशिये पर खड़े लोगों को सशक्त करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
भाजपा विधायक ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्वयं मानते हैं कि उनका जन्म इस देश के गरीबों और किसानों के कल्याण के लिए हुआ है।
यह निसंदेह सही है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में समाज के पिछड़े और हाशिए पर खड़े लोगों को सशक्त करने के लिए कई उल्लेखनीय कदम उठाए हैं, जिन्हें शब्दों में नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने कहा कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि प्रधानमंत्री मोदी का जन्म समाज में समग्र विकास की बयार फैलाने के लिए हुआ है। उन्होंने भारतीय सेना को भारतीय हथियारों से लैस किया, उन्हें हर प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध कराई और यह सुनिश्चित किया कि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।
रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कुल मिलाकर देखें तो प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्व में हमें सेवा का भाव दिखाई देता है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम उनके जन्मदिन पर सेवा से संबंधित कार्यों में तेजी लाने की दिशा में काम करेंगे। हम समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में काम करेंगे।
साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर कई कार्यक्रमों की योजना का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस खास अवसर पर हम सफाई अभियान की शुरुआत करेंगे और लोगों से स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने की अपील करेंगे।
इस दिन हम 75 पौधारोपण करेंगे। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री मोदी का जन्म गरीब और किसान के जन्मदिन के रूप में मनाया जाएगा। इस विशेष अवसर पर कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसे हम सेवा पखवाड़े के रूप में मनाएंगे।