क्या प्रधानमंत्री मोदी ने 'स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार' मिशन के तहत तीन 'गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' की सराहना की?
सारांश
Key Takeaways
- महिला सशक्तिकरण पर जोर
- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की उपलब्धियाँ
- स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित करना
- अभूतपूर्व स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन
- संपूर्ण सरकार की भागीदारी
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' मुहिम के तहत तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब प्राप्त करने पर पहल की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जन आंदोलन महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को और अधिक गति प्रदान करते हैं।
इस उपलब्धि पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इस प्रकार की पहलकदमियाँ अत्यंत प्रशंसनीय हैं। ऐसे जन आंदोलन हमारे महिला सशक्तिकरण प्रयासों को तेज करते हैं और हमारी नारी शक्ति के जीवन में परिवर्तनकारी प्रभाव डालते हैं।"
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रव्यापी 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान' (एसएनएसपीए) के अंतर्गत तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब हासिल किए हैं, जो निवारक और महिला-केंद्रित स्वास्थ्य सेवा के प्रति भारत की अद्वितीय प्रतिबद्धता को मान्यता देते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एक महीने में स्वास्थ्य देखभाल प्लेटफॉर्म पर 3.21 करोड़ से अधिक पंजीकरण से पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बना। दूसरा रिकॉर्ड एक हफ्ते में स्तन कैंसर की ऑनलाइन स्क्रीनिंग के लिए 9.94 लाख से अधिक लोगों के साइन-अप से हासिल किया गया। वहीं, राज्य स्तर पर एक सप्ताह में महत्वपूर्ण संकेतों की ऑनलाइन स्क्रीनिंग के लिए सबसे अधिक साइन अप करने वालों की संख्या 1.25 लाख से अधिक रही, जिससे तीसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स प्राप्त हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने पोषण माह के साथ-साथ 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान' का शुभारंभ भी किया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाना है, जिससे किसी भी कमी या बीमारी का तुरंत पता लगाया जा सके, आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित हो सके और एक मजबूत एवं स्वस्थ भारत के लिए परिवारों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए सशक्त बनाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, देशभर के हर जिले में पहुँचते हुए यह अभियान 19.7 लाख स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से अभूतपूर्व पैमाने तक पहुँचा, जिसमें सभी स्वास्थ्य सेवा प्लेटफार्मों पर 11 करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए। इस अभियान में 20 से अधिक मंत्रालयों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिसमें केंद्र सरकार के संस्थान, मेडिकल कॉलेज और निजी संगठन शामिल थे। सांसदों, विधायकों और सभी संबंधित मंत्रालयों के अधिकारियों ने भी भाग लेकर इसे एक 'संपूर्ण सरकार' अभियान बना दिया।