क्या 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम' गरीब मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है?

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क्या 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम' गरीब मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है?

सारांश

बिहार के शेखपुरा सदर अस्पताल का डायलिसिस सेंटर गरीब मरीजों के लिए वरदान बन चुका है। पीएमएनडीपी के तहत मुफ्त सेवाएं दी जा रही हैं, जिससे मरीजों को आर्थिक और भौतिक दोनों प्रकार की राहत मिल रही है। इस केंद्र की सुविधाएं न केवल शेखपुरा, बल्कि आसपास के जिलों के लोगों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई हैं।

Key Takeaways

  • मुफ्त डायलिसिस सेवा गरीब मरीजों के लिए वरदान है।
  • आर्थिक सहायता की आवश्यकता वाले लोगों को राहत।
  • स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा।
  • समय और धन की बचत का एक महत्वपूर्ण स्रोत।
  • सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार।

शेखपुरा, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के शेखपुरा सदर अस्पताल का डायलिसिस सेंटर गरीब मरीजों के लिए एक वरदान बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम (पीएमएनडीपी) के तहत मुफ्त सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। यह केंद्र, शेखपुरा के साथ-साथ लखीसराय, जमुई, नवादा और नालंदा जैसे आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को भी लाभान्वित कर रहा है।

18 अगस्त 2020 को आरंभ हुए इस पाँच बेड वाले केंद्र ने मरीजों को महंगे इलाज और बड़े शहरों की यात्रा से मुक्ति दिलाई है, जिससे समय और धन की बचत हो रही है।

यहां पर फ्री डायलिसिस की सुविधा हासिल करने के लिए मरीज के पास राशन कार्ड और आधार कार्ड होना अनिवार्य है। इसके अलावा, आयुष्मान कार्ड के तहत भी इलाज संभव है। यह केंद्र आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।

यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित होता है और इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही गुणवत्तापूर्ण डायलिसिस सुविधा प्रदान करना है। इससे निजी अस्पतालों के भारी खर्च से राहत मिलती है और समय पर इलाज सुनिश्चित होता है, जो किडनी रोगियों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रहा है।

शेखपुरा सदर अस्पताल के डायलिसिस सेंटर में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम (पीएमएनडीपी) के तहत मुफ्त डायलिसिस सेवा ने लाभार्थी अशोक कुमार पांडे जैसे मरीजों के लिए बड़ी राहत प्रदान की है। उन्होंने बताया कि पहले वे बेंगलुरु में इलाज कराते थे, जहां एक सत्र की डायलिसिस पर 4,000 रुपये और दूसरे पर 3,700 रुपये खर्च होते थे। लेकिन शेखपुरा के इस केंद्र में राशन कार्ड के आधार पर उन्हें पूर्णतः मुफ्त सेवा मिल रही है, बिना एक भी पैसा खर्च किए। यह सुविधा आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रही है, क्योंकि यह न केवल खर्च बचाती है, बल्कि स्थानीय स्तर पर समय पर इलाज भी सुनिश्चित करती है।

लाभार्थी दशरथ पासवान, जो जमुई से आए हैं, उन्होंने बताया कि जमुई में डायलिसिस की सुविधा पर्याप्त नहीं थी, इसलिए वे शेखपुरा आए। उन्होंने यहां की साफ-सफाई और बेहतर सुविधाओं की सराहना की।

इसी तरह, नरेश यादव ने भी कहा कि उन्हें यहां अच्छा इलाज मिल रहा है। यह केंद्र न केवल स्थानीय मरीजों, बल्कि आसपास के जिलों के मरीजों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है, जो मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण डायलिसिस सेवा का लाभ उठा रहे हैं।

यहां मरीजों को मिल रही सुविधाओं के बारे में केंद्र के इंचार्ज उत्तम कुमार ने बताया कि डायलिसिस के अलावा केंद्र में मरीजों को पाँच जांच मुफ्त प्रदान की जाती हैं। उन्होंने बताया कि सेवा का लाभ लेने के लिए मरीजों को राशन कार्ड, आधार कार्ड और पिछले इलाज से संबंधित दस्तावेज (पर्चा) लाना जरूरी है। यदि राशन कार्ड नहीं है, तो आयुष्मान कार्ड भी मान्य है।

Point of View

जिसका उद्देश्य गरीब और ग्रामीण मरीजों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। यह केंद्र उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं और महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा सकते। यह न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ा रहा है, बल्कि स्थानीय समुदायों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रहा है।
NationPress
01/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या डायलिसिस सेवा मुफ्त है?
हाँ, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत डायलिसिस सेवा मुफ्त है।
इस सेवा का लाभ कौन उठा सकता है?
आर्थिक रूप से कमजोर मरीज, जिनके पास राशन कार्ड या आयुष्मान कार्ड है, इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
क्या मुझे किसी दस्तावेज की आवश्यकता होगी?
हाँ, आपको राशन कार्ड, आधार कार्ड और पिछले इलाज से संबंधित दस्तावेज लाने होंगे।
कितने बेड हैं इस डायलिसिस सेंटर में?
इस डायलिसिस सेंटर में पाँच बेड हैं।
क्या यह सेवा केवल शेखपुरा के लिए है?
नहीं, यह सेवा शेखपुरा के साथ-साथ आसपास के जिलों के मरीजों के लिए भी उपलब्ध है।