क्या प्रशांत किशोर ने महागठबंधन पर सटीक हमला किया? भाजपा का डर दिखाकर मुसलमानों का वोट लिया?

सारांश
Key Takeaways
- प्रशांत किशोर का महागठबंधन पर हमला
- भाजपा का डर दिखाकर मुसलमानों का वोट लेने का आरोप
- राजद और महागठबंधन की विफलता पर सवाल
- बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की संभावनाएँ
- मुस्लिम समाज की सक्रियता और भूमिका
किशनगंज, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और महागठबंधन के नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इन लोगों ने केवल भारतीय जनता पार्टी का भय दिखाकर मुसलमानों का वोट प्राप्त किया है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यदि राजद और महागठबंधन के नेताओं को मुसलमानों की इतनी चिंता है, तो यह बताएं कि पिछले 30 वर्षों में मुस्लिम बच्चों के लिए पढ़ाई और रोजगार की क्या व्यवस्था की गई? किशनगंज में कितने विद्यालय और विश्वविद्यालय स्थापित किए गए?
किशनगंज के मदरसा अंजुमन इस्लामिया मैदान में रविवार को जन सुराज ने ‘बिहार बदलाव इजलास’ का आयोजन किया।
प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बात करते हुए यह भी दावा किया कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू को 25 सीटें भी नहीं मिलेंगी।
उन्होंने कहा, "मैंने पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा के बारे में कहा था कि उन्हें 100 सीटें नहीं मिलेंगी और अब जदयू के बारे में भी ऐसा ही कह रहा हूँ।"
किशोर ने बताया कि हमारी यात्रा से आज लगभग सवा करोड़ लोग जुड़े हुए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में मुस्लिम शामिल हैं। मुस्लिम समाज ने जन सुराज को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुसलमान समाज अब तक 'लालटेन' का तेल बनकर जलते रहे हैं, लेकिन अब 'लालटेन' की रोशनी बुझने वाली है।
उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि किसी से न डरें, केवल अल्लाह से डरें।
प्रशांत किशोर ने कहा कि भाजपा को सिर्फ 40 प्रतिशत हिंदू समाज का वोट मिला है। हिंदुओं की आधी आबादी ऐसे लोगों की है, जो गांधी, बाबा साहेब, लोहिया, समाजवाद और कम्युनिस्ट विचारधारा को मानते हैं। ये लोग भाजपा का समर्थन कभी नहीं करेंगे। अगर इस स्थिति में हिंदुओं के साथ 20 प्रतिशत मुसलमान भी आ जाएंगे, तो जो समीकरण बनेगा, वह भाजपा को हरा देगा।