क्या प्रवीर रंजन सीआईएसएफ के नए डीजी बन गए हैं, आधुनिकीकरण और पारदर्शिता पर जोर?

सारांश
Key Takeaways
- प्रवीर रंजन का सीआईएसएफ के 32वें महानिदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण करना।
- आधुनिकीकरण और पारदर्शिता पर बल देने का आश्वासन।
- सुरक्षा के क्षेत्र में उनके 32 वर्षों का अनुभव।
- शैक्षणिक पृष्ठभूमि में विविधता।
- राष्ट्र की सुरक्षा को नई दिशा देने का संकल्प।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को नया नेतृत्व प्राप्त हुआ है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रवीर रंजन ने मंगलवार को औपचारिक रूप से सीआईएसएफ के 32वें महानिदेशक का कार्यभार ग्रहण किया। सीआईएसएफ मुख्यालय में आयोजित एक गरिमामय समारोह में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने बल के वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद स्थापित किया।
1993 बैच के एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी प्रवीर रंजन अप्रैल 2024 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इससे पहले, वे सीआईएसएफ में विशेष महानिदेशक (एयरपोर्ट सुरक्षा) के पद पर कार्यरत थे और देशभर के संवेदनशील हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था का नेतृत्व कर चुके हैं। अपने 32 वर्षीय करियर में रंजन ने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं।
दिल्ली पुलिस में स्पेशल पुलिस आयुक्त (क्राइम व ईओडब्ल्यू), सीबीआई में डीआईजी और चंडीगढ़ में पुलिस महानिदेशक (2022-24) के रूप में उन्होंने अपनी कार्यकुशलता साबित की है। सीआईएसएफ में पद ग्रहण करने से पूर्व वे एडीजी के पद पर भी कार्यरत थे। शैक्षणिक दृष्टि से भी वे अत्यंत योग्य हैं।
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में परास्नातक, उस्मानिया विश्वविद्यालय से पुलिस प्रबंधन में मास्टर, सिंगापुर की राष्ट्रीय विश्वविद्यालय एवं हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर तथा राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से एलएलएम की उपाधि प्राप्त की है। उनकी सेवाओं के लिए उन्हें 2009 में राष्ट्रपति पुलिस पदक (मेधावी सेवा) और 2016 में राष्ट्रपति पुलिस पदक (विशिष्ट सेवा) से सम्मानित किया गया।
पदभार ग्रहण करने के बाद अपने पहले संबोधन में प्रवीर रंजन ने बल को भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप तैयार करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ को आधुनिकीकरण, कल्याणकारी दृष्टिकोण और पारदर्शी प्रशासन के माध्यम से और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों को प्राथमिकता के साथ लागू करने का आश्वासन भी दिया। सुरक्षा और पुलिसिंग के क्षेत्र में उनके अनुभव और शैक्षणिक गहराई को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि प्रवीर रंजन के नेतृत्व में सीआईएसएफ देश की महत्वपूर्ण स्थापनाओं की सुरक्षा को नई दिशा और मजबूती प्रदान करेगा। उनके कार्यकाल में बल से अपेक्षा है कि वह भविष्य की चुनौतियों का सामना करने, राष्ट्रीय लक्ष्यों की पूर्ति करने और नए मील के पत्थर स्थापित करने में सक्षम होंगे।