क्या प्रयागराज में श्रावण मास और मोहर्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था तैयार है?

सारांश
Key Takeaways
- प्रयागराज में श्रावण मास और मुहर्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है।
- कांवड़ यात्रा की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।
- डीएम ने सड़कों की मरम्मत और स्वच्छता पर ध्यान दिया है।
- सुरक्षा के लिए जल पुलिस और एसडीआरएफ की तैनाती की गई है।
- ताजियों की ऊँचाई पर प्रतिबंध है।
प्रयागराज, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 11 जुलाई से प्रारंभ होने वाले श्रावण मास के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियों को पूरा कर लिया है। 6 जुलाई को मुहर्रम का जुलूस भी निकाला जाएगा। इसे शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
कांवड़ यात्रा और मुहर्रम के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा को सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने का दावा किया है।
डीएम प्रयागराज रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि कांवड़ मार्गों पर सड़कों की मरम्मत, प्रकाश व्यवस्था और स्वच्छता के लिए इंजीनियरिंग विभाग और नगर प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। संगम से वाराणसी तक जाने वाले प्रमुख मार्गों की मरम्मत शुरू हो चुकी है, जहां कांवड़िए जल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर जाते हैं।
डीएम के अनुसार, कांवड़ यात्रा के दौरान मांस और शराब की दुकानें बंद रहेंगी। डीजे की ध्वनि को नियंत्रित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। दशाश्वमेध घाट, जहां कांवड़िए जल भरने आते हैं, वहां महाकुंभ के लिए बने नए पक्के घाट से श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी। घाट पर जल पुलिस, एसडीआरएफ और गोताखोरों की तैनाती की गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके।
डीएम ने बताया कि शहर के प्रमुख शिवालयों जैसे मनकामेश्वर, सोमेश्वर और अन्य मंदिरों में साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
मुहर्रम के दौरान ताजियों की ऊंचाई 10 फीट से अधिक न हो, यह निर्देश दिया गया है ताकि बिजली के तारों से कोई दुर्घटना न हो। पिछले वर्षों में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, इसलिए इस बार पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हैं। ताजिया जुलूसों के लिए भी शांति समिति की बैठकों में दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
डीएम रवींद्र कुमार मांदड़ ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी कांवड़ मार्गों को चिह्नित कर उनकी मरम्मत कार्य शुरू किया गया है। थाना और तहसील स्तर पर शांति समितियों की बैठकें हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज प्रशासन ने दोनों आयोजनों को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।