क्या चुनाव आयोग के बारे में राहुल गांधी का बयान गुमराह करने का प्रयास है? : प्रेम कुमार

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के आरोप निराधार हैं।
- चुनाव आयोग का फर्जी मतदाताओं को हटाना स्वागत योग्य है।
- विपक्ष का भ्रामक प्रचार चिंताजनक है।
- बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत की उम्मीद।
- सरकार के विकास कार्यों पर जनता का भरोसा।
गया, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा प्रहार किया है।
प्रेम कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। वह केवल झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उनकी बातों में कोई भी सत्यता नहीं है। चुनाव आयोग का यह कदम फर्जी मतदाताओं को अलग करने के लिए है, जो कि स्वागत योग्य है। चुनाव आयोग ने 65 लाख लोगों के नामों को हटाया है, जो बांग्लादेशी और रोहिंग्या हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव या अखिलेश यादव सभी लोग इलेक्शन कमीशन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। इन सभी के आरोप में कोई दम नहीं है। विपक्ष केवल भ्रामक प्रचार कर रहा है। मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने फर्जी मतदाताओं के नाम हटाए हैं। बिहार ही नहीं, पूरे देश में हमें मांग करनी चाहिए कि वोटर लिस्ट से फर्जी नामों को इलेक्शन कमीशन हटाए। चुनाव की निष्पक्षता जरूरी है और हमें उम्मीद है कि विपक्ष का भी इसमें समर्थन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हम आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करेंगे। हमारी कोशिश जनता के भरोसे को जीतने की है। हमें उम्मीद है कि जनता सरकार के विकास के कार्यों पर मुहर लगाएगी। केंद्र और राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए कई कार्य किए हैं। डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता बिहार को विकसित राज्य बनाना है।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे अपार प्रसन्नता हो रही है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बिजली सहायता योजना के अंतर्गत सभी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं से सीधा संवाद किया। 2005 में बिहार में एनडीए सरकार आने के बाद से राज्य की स्थिति में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है और हमारा प्रयास इसे और बढ़ाना है।