क्या राहुल किसी हमले से डरने वाले हैं? प्रियंका गांधी का जवाब

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का साहस और दृढ़ता महत्वपूर्ण है।
- भाजपा को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए।
- वोट चोरी के मुद्दे पर स्पष्टता आवश्यक है।
- प्रियंका गांधी ने विपक्ष की एकता की आवश्यकता को रेखांकित किया।
- चुनाव आयोग को जवाबदेह बनाना लोकतंत्र की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 19 (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित 'वोट चोरी' के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर आक्रमण किया है। इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को चुनाव आयोग और भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि राहुल गांधी किसी हमले से नहीं डरते, सब कुछ सह लेंगे, और बिल्कुल पीछे नहीं हटेंगे।
प्रियंका ने कहा कि भाजपा को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए और अतीत की बातें करना बंद करना चाहिए। एसआईआर क्यों किया जा रहा है, इसका स्पष्ट उत्तर दें।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद परिसर में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, "इन 10-11 वर्षों में कई ऐसी बातें हुई हैं जिनका भाजपा नेहरू जी की गलतियों को बताकर अपने कंधे से उतारने का प्रयास कर रही है। उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए, अतीत की बातें करना बंद करें। आज जो हो रहा है उस पर चर्चा करें, एसआईआर का कारण बताएं, वोट चोरी के मुद्दे पर स्पष्टता लाएं। जनता को समझाएं, अगर ये सच नहीं है तो जनता को बता दें।"
प्रियंका ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि वह किसी हमले से नहीं डरते, सब कुछ सह लेंगे, और पीछे नहीं हटेंगे।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने 'शपथ' के मामले पर कहा, "सबसे बड़ी शपथ हम लोकसभा में लेते हैं। ये जो हलफनामा मांग रहे हैं, ये बेकार का प्रयास है। जैसे ही हलफनामा आएगा, वे कहेंगे कि ये 45 दिन बाद दिया गया था, इसलिए इसे रद्द कर देंगे। ये सब बकवास है, सच्चाई सबके सामने है, सच्चाई का उत्तर दें। यह सब क्यों हुआ? 100-100 लोग जीरो पते पर क्यों हैं, इतने लोग एक पते पर कैसे हो सकते हैं? जो सवाल राहुल गांधी उठा रहे हैं, उसका उत्तर दें। जब उत्तर नहीं दे पा रहे हैं, तब इसलिए जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, हलफनामा और शपथ पत्र की बातें करेंगे। जिन मुद्दों को उठाया गया है, उनका उत्तर दें।"
इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए चुनाव आयोग पर हमला किया। उन्होंने कहा, "हम वोट चोरी के खिलाफ हैं और जनता को संदेश दे रहे हैं कि आपके साथ अन्याय हो रहा है। हम चाहते हैं कि जनता जानें कि अगर कोई वोट चोरी करके सरकार में आता है, तो यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है। ये संविधान की हत्या है। इलेक्शन कमिश्नर हमें डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे हैं कि 7 दिन में उत्तर दें। ये उनका हथियार है। हमारे पास भी हथियार हैं, जिन्हें हम समय आने पर इस्तेमाल करेंगे।"