क्या पूर्व विधायक पूनम यादव ने जदयू पर धोखे का आरोप लगाया है और रालोजपा में शामिल होने का ऐलान किया?

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क्या पूर्व विधायक पूनम यादव ने जदयू पर धोखे का आरोप लगाया है और रालोजपा में शामिल होने का ऐलान किया?

सारांश

जदयू से टिकट कटने के बाद पूनम यादव ने रालोजपा में शामिल होने का ऐलान किया। क्या उनका ये कदम चुनावी परिदृश्य को बदल देगा?

Key Takeaways

  • पूनम यादव ने जदयू पर धोखा देने का आरोप लगाया।
  • उन्होंने रालोजपा में शामिल होने का ऐलान किया।
  • खगड़िया में दलित-यादव वोट बैंक को मजबूती मिलेगी।
  • बिहार चुनाव के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा।
  • मतगणना 14 नवंबर को होगी।

खगड़िया, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा का सिलसिला जारी है। इसी बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से चार बार विधायक रह चुकीं पूनम यादव ने पार्टी से टिकट कटने के बाद मोर्चा खोल दिया। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की सदस्यता ग्रहण करने का ऐलान किया और जल्द नामांकन दाखिल करने की घोषणा की।

पूनम यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए जदयू नेतृत्व से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पर धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "मैंने नीतीश कुमार को नहीं छोड़ा, नीतीश कुमार ने ही मेरा साथ छोड़ दिया। पार्टी ने मुझे टिकट न देकर विश्वासघात किया है। अब मैं चुनाव लडूंगी और जीतकर दिखाऊंगी कि जनता का साथ हमेशा मेरे साथ है।"

उन्होंने जदयू पर पिछली बार भी वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी ठोस कारण के उनका टिकट काटा गया, जबकि वे खगड़िया सदर सीट पर लगातार मजबूत पकड़ रखती रहीं। पूनम ने कहा कि रालोजपा में शामिल होकर वे दलित-यादव वोट बैंक को मजबूत करेंगी और एनडीए के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगी।

दरअसल, पूनम यादव खगड़िया के बाहुबली पूर्व विधायक रणवीर यादव की पहली पत्नी हैं। रणवीर ने दूसरी शादी अपनी साली कृष्णा यादव (पूनम की बहन) से की थी, जो पूनम के लिए राजनीतिक रूप से फायदेमंद रही। चार बार खगड़िया सदर से जदयू के टिकट पर जीत हासिल करने वाली पूनम को रणवीर का मजबूत समर्थन मिलता रहा।

खगड़िया सदर विधानसभा सीट पर यादव, कोइरी और दलित वोटरों की अच्छी-खासी तादाद है। पूनम का रालोजपा में जाना पशुपति पारस की पार्टी को मजबूती दे सकता है, जो हाल ही में एनडीए से नाता तोड़ चुकी है। पारस ने लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान के साथ टकराव के बाद महागठबंधन की ओर रुख किया था।

बता दें कि बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होंगे। पहले चरण में 6 नवंबर और दूसरे चरण में 11 नवंबर को वोटिंग है। वहीं, 14 नवंबर को मतगणना होगी।

Point of View

NationPress
16/10/2025

Frequently Asked Questions

पूनम यादव ने जदयू से क्यों अलग होने का फैसला किया?
पूनम यादव ने जदयू पर धोखा देने का आरोप लगाया और टिकट न मिलने की वजह से पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया।
पूनम यादव का रालोजपा में शामिल होना किस प्रकार महत्वपूर्ण है?
उनका रालोजपा में शामिल होना दलित-यादव वोट बैंक को मजबूत कर सकता है और एनडीए के खिलाफ एक नई आवाज स्थापित कर सकता है।
बिहार में चुनाव कब होंगे?
बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होंगे। पहले चरण में 6 नवंबर और दूसरे चरण में 11 नवंबर को वोटिंग होगी।