क्या पुणे ब्रिज हादसे के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी? उपमुख्यमंत्री अजित पवार का बयान

सारांश
Key Takeaways
- उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घटना की गंभीरता को स्वीकार किया।
- राहत-बचाव कार्य में एनडीआरएफ शामिल है।
- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन।
- स्थानीय प्रशासन ने त्वरित प्रतिक्रिया दिखाई।
- घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी।
मुंबई, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे ब्रिज हादसे पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बचाव कार्य को और तेज करने के निर्देश दिए हैं और कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिवसेना नेता अजित पवार ने कहा कि मावल तालुका के कुंदमाला में इंद्रायणी नदी पर पुल के ढहने से हुई यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखदायी है। जांच के बाद यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इस दुर्घटना में कुछ नागरिक और पर्यटक नदी की धारा में बह गए। जैसे ही घटना की जानकारी मिली, स्थानीय नागरिक और प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य शुरू किया।
उन्होंने आगे कहा, "जिला प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) भी घटनास्थल पर शीघ्र पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। घायल नागरिकों के लिए सभी आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। प्रारंभिक जानकारी से पता चला है कि पुल की स्थिति जर्जर थी, इसलिए प्रशासन को इस हादसे की गहन जांच करने के आदेश दिए गए हैं।"
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार इस संकट के समय प्रभावित नागरिकों और उनके परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है। घायलों को शीघ्र चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक जानकारी पर ध्यान दें।
एनडीआरएफ ने बताया कि पुणे के मावल में पुल ढहने की घटना के बाद अब तक 38 लोग बचाए जा चुके हैं, जबकि दो शवों को बरामद किया गया है। बचाव कार्य जारी है।