क्या सिसोदिया ने कहा कि 'आप' पंजाब में जीतने के लिए साम-दाम-दंड-भेद का सहारा लेगी?

सारांश
Key Takeaways
- अमन अरोड़ा ने मनीष सिसोदिया के बयान की निंदा की।
- भाजपा ने चुनाव आयोग से सिसोदिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
- आम आदमी पार्टी काम के आधार पर वोट मांगने का दावा कर रही है।
- सिसोदिया का बयान चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है।
- पंजाब की राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है।
चंडीगढ़, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के बयान के विपरीत अपनी राय रखी। अरोड़ा ने उस वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया दी जिसमें सिसोदिया ने कहा था कि पंजाब विधानसभा चुनाव जीतने के लिए 'आप' साम, दाम, दंड, भेद, सच, झूठ, सवाल, जवाब, लड़ाई, झगड़ा का सहारा लेगी।
सिसोदिया के इस वीडियो पर विपक्ष ने आपत्ति उठाई है। भाजपा ने चुनाव आयोग को शिकायत की और सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर की मांग की।
'आप' के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि जो लोग इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, वे गलत कर रहे हैं। लेकिन हम यह साफ करना चाहते हैं कि हम अपने कार्यों के आधार पर पंजाब विधानसभा चुनाव में लोगों के बीच जाएंगे और जनसमर्थन जुटाएंगे। हमें पूरा विश्वास है कि हमें जनता का भरपूर प्यार मिलेगा।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूँ कि आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और मेरी सोच एक समान है। हम अपने कार्यों के आधार पर लोगों के पास जाते हैं। हम हाथ जोड़कर वोट मांगते हैं, और मुझे यकीन है कि पिछले साढ़े तीन वर्षों में किए गए कार्यों और पंजाब में अगले डेढ़ साल के लिए योजनाबद्ध कार्यों के आधार पर, जब हम लोगों का सहयोग मांगेंगे तो हमें उनका भरपूर समर्थन मिलेगा। हालांकि, उन्होंने सिसोदिया के बयान पर सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा।
भाजपा के पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने 16 अगस्त को सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र की कॉपी साझा करते हुए लिखा कि आप नेता मनीष सिसोदिया द्वारा 2027 के चुनाव को जीतने के लिए किसी भी प्रकार के उपायों की बात करने वाला एक वीडियो वायरल होने के बाद, हमने चुनाव आयोग को यह पत्र लिखा है ताकि आम आदमी पार्टी द्वारा चुनाव प्रक्रिया को कमजोर करने के प्रयासों को रोका जा सके। इससे यह स्पष्ट होता है कि चुनाव जीतने के लिए किसी भी हथकंडे का इस्तेमाल करने की खुली चर्चा करने वाले लोग पंजाब के माहौल को बिगाड़ने या राज्य को नुकसान पहुंचाने के लिए कितनी दूर जा सकते हैं।