क्या मजीठिया के समर्थकों को नजरबंद किया जा रहा है, पंजाब में अघोषित आपातकाल?

सारांश
Key Takeaways
- बिक्रमजीत सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी पर विवाद बढ़ रहा है।
- सुखबीर सिंह बादल ने अघोषित आपातकाल का आरोप लगाया है।
- अकाली दल के समर्थकों को नजरबंद किया गया है।
- पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति है।
मोहाली, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी का मामला राज्य में गहरा मुद्दा बनता जा रहा है। ड्रग्स और आय से अधिक संपत्ति के मामले में शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किया गया था। अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने आरोप लगाया कि मजीठिया के समर्थन में मोहाली जाने वाले कुछ नेताओं को नजरबंद किया गया है। उन्होंने पंजाब सरकार पर 'अघोषित आपातकाल' लगाने का आरोप लगाया।
सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब में अघोषित आपातकाल लागू किया है। आम आदमी पार्टी सरकार के द्वारा झूठे मामलों में फंसे बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मोहाली जा रहे अकाली कार्यकर्ताओं को उनके घरों में ही हिरासत में लिया जा रहा है और सभी प्रमुख सड़कों पर नाके लगाकर उन्हें रोका जा रहा है। इस तरह की दमनकारी हरकतें कायरता की निशानी हैं।"
अकाली दल के नेता ने आगे कहा, "यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पार्टी नेता मजीठिया के लिए उमड़ रहे समर्थन से घबरा गए हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अकाली दल और उसके कार्यकर्ता इस तरह की दमनकारी हरकतों से नहीं डरेंगे। पहले भी अकालियों ने जन आंदोलनों के जरिए दमन का सामना किया है। आज भी हम पंजाबियों के समर्थन से भ्रष्ट और तानाशाही आम आदमी पार्टी सरकार को करारा सबक सिखाएंगे।"
बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाना है। पूर्व मंत्री मजीठिया की 26 जून को गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद उन्हें 2 जुलाई तक रिमांड पर भेजा गया था। वर्तमान में मजीठिया की रिमांड समाप्त हो रही है और उनकी कोर्ट में पेशी होनी है। इस बीच, अकाली दल के नेता अपने समर्थन के लिए मोहाली के लिए निकल रहे थे, लेकिन उन्हें फिलहाल मोहाली जाने की अनुमति नहीं दी गई।