क्या सीएम भगवंत मान ने त्योहारों को शांतिपूर्ण बनाने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए?

सारांश
Key Takeaways
- त्योहारों के दौरान जन सुरक्षा को प्राथमिकता देना
- कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठोस प्रबंध
- उपद्रवियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
- विशेष निगरानी टीमें गठित की गई हैं
- सोशल मीडिया पर अफवाहों की निगरानी
चंडीगढ़, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में आने वाले त्योहारों के संदर्भ में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की। पंजाब पुलिस ने बताया कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य त्योहारों के दौरान शांति बनाए रखना है।
बैठक में डीजीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर, सभी रेंज आईजी, डीआईजी, सीपी और एसएसपी शामिल हुए। इस बैठक में राज्य भर में कानून-व्यवस्था की स्थिति का गहन मूल्यांकन किया गया। मुख्यमंत्री मान ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि नवरात्रि, दशहरा, दीवाली और अन्य त्योहारों के समय जन सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के लिए ठोस प्रबंध किए जाएं, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे। विशेष रूप से, उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का सख्ती से पालन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। पंजाब पुलिस के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट से पोस्ट करते हुए बताया गया, "मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब के डीजीपी एवं वरिष्ठ पंजाब पुलिस अधिकारियों और सभी रेंज आईजी/डीआईजी/सीपी/एसएसपी के साथ राज्य भर में कानून-व्यवस्था की स्थिति का आकलन करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।"
आगे बताया गया, "बैठक में अधिकारियों को आगामी त्योहारों के मौसम में कानून-व्यवस्था बनाए रखने, जन सुरक्षा सुनिश्चित करने और कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के लिए ठोस प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने के स्पष्ट निर्देश भी जारी किए गए हैं। पंजाब पुलिस प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।"
पुलिस ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में विशेष निगरानी टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी कवरेज बढ़ाया जाएगा, और संवेदनशील स्थानों पर बल तैनाती सुनिश्चित होगी। साथ ही, सोशल मीडिया पर अफवाहों पर नजर रखी जाएगी, ताकि भड़काऊ पोस्ट्स को तुरंत हटाया जा सके।