क्या पंजाब पुलिस का नशा रोधी अभियान मोगा में तस्करों को रोक पाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- 53 नशा तस्करों की गिरफ्तारी
- 40 एफआईआर दर्ज की गईं
- ड्रग मनी की जब्ती
- समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम
- सख्त कार्रवाई जारी रहेगी
मोगा, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में नशे के खिलाफ सख्त अभियान तेजी से जारी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश और डीजीपी गौरव यादव के मार्गदर्शन में पंजाब पुलिस लगातार 'युद्ध नशा के विरुद्ध' मुहिम चला रही है। इसी कड़ी में मोगा शहर की सादावाली बस्ती में एक बड़ा कासो (कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन) चलाया गया। इस ऑपरेशन का नेतृत्व डीआईजी फरीदकोट रेंज नीलांबरी जगदले विजय ने किया, जबकि एसपी/डीएसपी और डीएसपी सिटी गुरप्रीत सिंह की अगुवाई में अंजाम दिया गया।
इस अभियान में अब तक सादावाली बस्ती में 40 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 53 नशा तस्कर गिरफ्तार हुए हैं। आज के ऑपरेशन में 5 नई एफआईआर दर्ज करने की तैयारी है और 5 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि हेरोइन की भी बरामदगी होने की संभावना है और बैकवर्ड‑फॉरवर्ड लिंक की जांच जारी है।
इस ऑपरेशन के दौरान जिले की चारों सब‑डिवीजनों में एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसमें 8 गजेटेड अधिकारियों समेत करीब 300 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने अब तक की कार्रवाई में बड़ा असर दिखाया है। 1 मार्च 2025 से अब तक कुल 1180 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से 63 कमर्शियल क्वांटिटी से जुड़ी हैं। इस दौरान 163 बड़े नशा तस्कर गिरफ्तार किए गए, 39 किलो से अधिक हेरोइन, 29 किलो अफीम और 12.80 लाख नशीली गोलियां बरामद हुईं। इसके अलावा 16 लाख रुपये से अधिक की ड्रग मनी जब्त की गई और 8 तस्करों की करीब 1.25 करोड़ रुपये की संपत्ति एनडीपीएस एक्ट के तहत फ्रीज की गई।
पुलिस ने 'सेफ पंजाब' टिपलाइन 97791‑00200 पर लोगों से मिली सूचनाओं के आधार पर अब तक 21 एफआईआर दर्ज की हैं। नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में सेमिनार, रैलियां और कम्युनिटी प्रोग्राम भी लगातार आयोजित किए जा रहे हैं।
पुलिस प्रशासन ने साफ कर दिया है कि नशा तस्करों के खिलाफ यह मुहिम अब भी पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगी। पंजाब पुलिस का संदेश है कि नशा खत्म करना और समाज को सुरक्षित बनाना उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।