क्या पंजाब पुलिस ने नार्को-टेरर नेक्सस में भगोड़ा फौजी राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- राजबीर सिंह की गिरफ्तारी से आतंकवाद और ड्रग्स के खिलाफ मुहिम को बल मिला है।
- पंजाब पुलिस की सतर्कता ने एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।
- इस ऑपरेशन में हैंड ग्रेनेड और हेरोइन बरामद की गई है।
चंडीगढ़, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब पुलिस ने नार्को-टेररिज्म के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। स्टेट स्पेशल ऑपरेशंस सेल (एसएसओसी), एसएएस नगर ने भारतीय सेना के भगोड़े जवान राजबीर सिंहफौजी को और उसके एक साथी को सीमा पार से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के रैकेट में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
इस ऑपरेशन के दौरान, आगे और पीछे के लिंक्स पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ, जिसमें आतंकवाद की फंडिंग और ड्रग ट्रैफिकिंग शामिल थी। गिरफ्तारी के समय, एक हैंड ग्रेनेड और 500 ग्राम हेरोइन बरामद की गई।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इस सफलता की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा की। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि यह ऑपरेशन टेरर फाइनेंसिंग और ड्रग ट्रैफिकिंग के नेटवर्क को तोड़ने में महत्वपूर्ण है। राजबीर सिंह इस साल की शुरुआत में अमृतसर ग्रामीण के पुलिस स्टेशन घरिंडा में दर्ज जासूसी मामले में भी वांछित था। जांच में उसकी भूमिका हरियाणा के सिरसा में एक महिला पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले की साजिश में भी सामने आई है, जिसमें ग्रेनेड की डिलीवरी और हमले के लिए फंडिंग शामिल थी।
एसएसओसी की टीम ने इंटेलिजेंस इनपुट पर यह कार्रवाई की। आरोपी पाकिस्तान आधारित तस्करों और आतंकियों के मॉड्यूल से जुड़े थे, जो सीमा पार से ड्रग्स और हथियार भेजकर पंजाब में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे थे। बरामद हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लाखों में है, जबकि ग्रेनेड आतंकी हमले के लिए इस्तेमाल होने वाला था।
डीजीपी ने बताया कि आगे की जांच जारी है और पंजाब पुलिस नार्को-टेरर नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने तथा राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है। यह गिरफ्तारी पंजाब में ड्रग तस्करी और आतंकवाद के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है। हाल के महीनों में पुलिस ने कई ऐसे मॉड्यूल ध्वस्त किए हैं, जिनमें पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स भेजे जा रहे थे।
यह सफलता पंजाब पुलिस की सतर्कता और समन्वित प्रयासों का नतीजा है। राज्य में नशे और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे।