क्या पंजाब विधानसभा सत्र में जल अधिकारों और नए विश्वविद्यालयों के लिए महत्वपूर्ण बिल पेश होंगे?

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क्या पंजाब विधानसभा सत्र में जल अधिकारों और नए विश्वविद्यालयों के लिए महत्वपूर्ण बिल पेश होंगे?

सारांश

पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र जल अधिकारों और नए विश्वविद्यालयों के लिए महत्वपूर्ण बिलों के प्रस्तावों के साथ आगे बढ़ रहा है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने सदन में जल अधिकारों पर चर्चा करने और नए विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए प्रस्ताव पेश करने की जानकारी दी। यह सत्र न केवल कानूनों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है।

Key Takeaways

  • पंजाब विधानसभा सत्र में जल अधिकारों और दो नए विश्वविद्यालयों के लिए बिल पेश होंगे।
  • सरकार ने जल अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
  • प्रताप सिंह बाजवा की शिकायत ने राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित किया है।

चंडीगढ़, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन आम आदमी पार्टी की सरकार महत्वपूर्ण बिल पेश करने की तैयारी में है। पंजाब के वित्त मंत्री और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने जानकारी दी कि शुक्रवार को सत्र में जल संसाधन मंत्री वीरेंद्र गोयल पंजाब के जल अधिकारों को लेकर सरकार का पक्ष सदन में प्रस्तुत करेंगे।

कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा, "सत्र में जल संसाधन मंत्री वीरेंद्र गोयल प्रस्ताव रखेंगे कि किस प्रकार भारत सरकार ने बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) के माध्यम से पंजाब के जल अधिकारों को लूटने का प्रयास किया। हम सदन में इस पर चर्चा करेंगे।" उन्होंने बताया कि हमने एक बूंद पानी भी बाहर नहीं जाने दिया, लेकिन मानवीय आधार पर हमने 4 हजार क्यूसेक पानी दिया।

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब में दो नए विश्वविद्यालयों (रियात और सीजीसी यूनिवर्सिटी) की स्थापना के लिए दो प्रस्ताव विधानसभा में प्रस्तुत किए जाएंगे। इसके साथ ही पंजाब शॉप एंड कमर्शियल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट-2025 का बिल भी विधानसभा में पेश किया जाएगा। पंजाब लेबर वेलफेयर फंड और पंजाब में बैलगाड़ियों से संबंधित बिल भी सदन में लाया जाएगा।

इस दौरान हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "मैं प्रताप बाजवा की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर का स्वागत करता हूं। पंजाब के लोगों ने देखा है कि कैसे प्रताप बाजवा और कांग्रेस नेतृत्व ने बार-बार अपने रुख बदले हैं। आप सभी ने देखा कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की मदद से आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया।" चीमा ने कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रताप सिंह बाजवा के भाजपा की शीर्ष नेतृत्व के साथ संबंध हैं।

दूसरी ओर, प्रताप सिंह बाजवा ने हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ शिकायत पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मैंने अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, हरपाल सिंह चीमा और अमन अरोड़ा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शुक्रवार सुबह चंडीगढ़ साइबर सेल ने अमन अरोड़ा और हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मैं उन सभी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराऊंगा, जिन्होंने मेरा वीडियो गढ़ा और गलत सूचना फैलाई।"

Point of View

बल्कि यह राजनीतिक स्थिति को भी प्रभावित कर सकता है। जल अधिकारों और शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रस्ताव पंजाब की विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं। हमें यह देखना होगा कि ये बिल कितने प्रभावी साबित होते हैं और इसका प्रभाव आम जनता पर क्या पड़ता है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

पंजाब विधानसभा सत्र में कौन से महत्वपूर्ण बिल पेश हो रहे हैं?
इस सत्र में जल अधिकारों, नए विश्वविद्यालयों, और श्रम कल्याण से संबंधित बिल पेश किए जाएंगे।
जल अधिकारों पर सरकार का क्या रुख है?
सरकार का रुख यह है कि भारत सरकार ने बीबीएमबी के माध्यम से पंजाब के जल अधिकारों को लूटने का प्रयास किया है।
प्रताप सिंह बाजवा की शिकायत का क्या महत्व है?
प्रताप सिंह बाजवा की शिकायत ने राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दिया है और यह दर्शाता है कि राजनीतिक प्रतिकूलता किस तरह से काम कर रही है।