क्या राष्ट्रीय प्रतीक को अपमानित करने वालों को मिलेगी सजा? : संजय जायसवाल

सारांश
Key Takeaways
- हजरतबल में अशोक स्तंभ का अपमान राष्ट्रीय सम्मान पर हमला है।
- भाजपा सांसद ने सजा की मांग की है।
- कांग्रेस का इस मामले में कोई ठोस बयान नहीं आया है।
- यह मामला राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर सकता है।
नई दिल्ली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के हजरतबल दरगाह में अशोक स्तंभ के प्रतीक को तोड़े जाने पर भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने इस घटना को राष्ट्रीय सम्मान पर हमला करार दिया। डॉ. जायसवाल ने कहा कि जिस प्रकार से भारत के राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान किया गया है, निस्संदेह उन्हें सजा मिलेगी।
भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हजरतबल में जो हुआ है, उस पर मैं केवल इतना ही कहूंगा कि गुल खाएंगे लेकिन गुलगुले परहेज करेंगे। हजरतबल दरगाह में पैसे लेने में कोई दिक्कत नहीं है? लेकिन यदि उन्हीं पैसे का बोर्ड लगाया जाएगा तो उन्हें दिक्कत होती है। जिस प्रकार से भारत के राष्ट्रीय प्रतीक को अपमानित किया गया है, निश्चित रूप से उन्हें सजा मिलेगी।"
कांग्रेस की केरल इकाई द्वारा बिहार की तुलना 'बीड़ी' से करने पर भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा, "इंडी गठबंधन का उद्देश्य बिहार को अपमानित करना है। जब राहुल गांधी आए थे, तब भी उन्होंने बिहार को अपमानित किया था। केरल कांग्रेस ने अपनी मर्जी से कुछ नहीं किया बल्कि सब कुछ राहुल गांधी के इशारे पर हुआ है। लाखों मजदूर बीड़ी बनाते हैं, गरीब आदिवासी महिलाएं उन पर काम करती हैं, और आदिवासी पुरुष तेंदू पत्ता इकट्ठा करते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि यदि बीड़ी पर टैक्स को सिगरेट के मुकाबले कम किया गया है, यह बात उन्हें बहुत खटक रही है। कांग्रेस को मल्टीनेशनल कंपनियां चंदा देती हैं और इसलिए उनकी सद्भावना बीड़ी मजदूरों के प्रति नहीं है। हमें बीड़ी मजदूरों पर गर्व है।
हजरतबल दरगाह में शुक्रवार को मार्बल की प्लेट पर अशोक चिह्न की उकेरी प्रतिकृति पर वहां मौजूद कुछ लोगों ने एतराज जताया और इसे इस्लाम के खिलाफ बताया। मामला बढ़ा और वहां तनाव उत्पन्न हो गया।
भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हजरतबल में हमारे राष्ट्रीय प्रतीक पर जो हमला हुआ है, ये संविधान के आदर्शों का अपमान है। इस घटना से पूरा देश आहत है और तुष्टिकरण करने वालों का मुंह बंद हो गया है।