क्या पुरी बलंगा पीड़िता की मौत पर बीजेडी ने ओडिशा सरकार को घेरा?

सारांश
Key Takeaways
- पुरी बलंगा पीड़िता की मौत ने ओडिशा में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
- बीजेडी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की गई है।
नई दिल्ली, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पुरी बलंगा की पीड़िता का दिल्ली के एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया। ओडिशा की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने इस मामले पर राज्य सरकार को घेरने का निर्णय लिया है।
बीजेडी सांसद निरंजन बिशी ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "उसे एयरलिफ्ट किया गया था और उसका इलाज चल रहा था, लेकिन उसके शरीर का 75 प्रतिशत से अधिक जल चुका था, जिससे उसकी जान बचाने की संभावना बहुत कम थी। अपराधियों ने जानबूझकर इस लड़की के साथ ऐसा किया, और फिर भी ओडिशा पुलिस और प्रशासन उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाए। दिल्ली के एम्स में उसकी मृत्यु होना बेहद दुखद है।"
बीजेडी सांसद मुन्ना खान ने कहा, "हमें पूरा विश्वास था कि वह जल्द ही ठीक हो जाएगी, लेकिन आज उसका निधन हो गया। हमें गहरा दुख है। ओडिशा में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। राज्य में लड़कियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।"
बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, "ओडिशा में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ कानून-व्यवस्था और जघन्य अपराधों के संदर्भ में जो माहौल बनाया गया है, वह चिंताजनक है। हम उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। पहले भी हम बीजेडी के सांसद दिल्ली के एम्स आए थे। हमें उम्मीद थी कि वह स्वस्थ हो जाएगी, लेकिन आज उसकी मृत्यु हो गई।"
बीजेडी सांसद सुलता देव ने कहा, "हम इस मुद्दे को बार-बार उठाते रहे हैं। ओडिशा में इस डबल इंजन सरकार के तहत, हर दिन लगभग 15 बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं।"
बीजेडी के पूर्व सांसद अमर पटनायक ने कहा, "इस घटना ने ओडिशा की प्रतिष्ठा को गहरा धक्का दिया है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि एक छोटी बच्ची के माता-पिता को जो पीड़ा हुई है, वह अकल्पनीय है। ओडिशा में हर दिन महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं। यह सिलसिला जारी है। अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है।"