क्या पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भगदड़ से तीन की मौत हो गई?

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क्या पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भगदड़ से तीन की मौत हो गई?

सारांश

पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ ने तीन लोगों की जान ले ली है। भगवान जगन्नाथ के रथ के साथ हुई इस घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं। जानें इस दुखद घटना के बारे में पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • पुरी में रथ यात्रा के दौरान भगदड़ हुई।
  • तीन लोगों की मौत हुई, जिनमें दो महिलाएं शामिल थीं।
  • घटना सुबह लगभग 4:30 बजे हुई।
  • भारी भीड़ के कारण भगदड़ मची।
  • घायलों की संख्या 10 बताई जा रही है।

नई दिल्ली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के पुरी में रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं। इसके साथ ही, 10 अन्य लोग घायल भी हुए हैं।

यह दुखद घटना सुबह लगभग 4:30 बजे हुई, जब भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों को ले जाने वाले तीन रथ जगन्नाथ मंदिर से करीब तीन किलोमीटर दूर श्री गुंडिचा मंदिर के नजदीक थे।

रिपोर्ट्स के अनुसार, गुंडिचा मंदिर के पास दर्शन हेतु भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। जैसे ही भीड़ बढ़ी, कुछ लोग गिर पड़े, जिससे भगदड़ मच गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में दो महिलाएं- प्रभाती दास और बसंती साहू शामिल हैं। इसके अलावा, 70 वर्षीय प्रेमकांत मोहंती की भी मौत हुई है। ये तीनों खुरदा जिले के निवासी थे और रथ यात्रा के लिए पुरी आए थे। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

रथों को शुक्रवार शाम तक गुंडिचा मंदिर पहुंचना था, लेकिन भगवान बलभद्र के तलध्वज रथ के एक मोड़ पर अटकने के कारण रथों को ग्रांड रोड पर रुकना पड़ा। इससे अन्य दो रथ भी आगे नहीं बढ़ सके। हालांकि, पहांदी जैसे अधिकांश अनुष्ठान जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के निर्धारित समय पर पूरे हुए, लेकिन रथ खींचने में काफी देरी हुई, जिससे भक्तों में नाराजगी देखी गई।

भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ (तलध्वज और दर्पदलन) बीच रास्ते में रुक गए, जबकि भगवान जगन्नाथ का रथ (नंदीघोष) सिंहद्वार से थोड़ा आगे बढ़कर रुक गया।

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने शुक्रवार को कहा कि सभी अनुष्ठान समय पर पूरे होने के बाद दोपहर 4 बजे रथ खींचना शुरू हुआ था, लेकिन बदा दांडा (ग्रांड रोड) के प्रमुख मोड़ों पर समस्याओं और पिछले वर्षों की तुलना में 1.5 गुना अधिक भक्तों की भीड़ के कारण व्यवधान हुआ।

उन्होंने कहा, "इस साल अनुकूल मौसम के कारण भक्तों की संख्या अधिक थी, जिससे भीड़ को नियंत्रित करना और चुनौतीपूर्ण हो गया।"

रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों वाले तीन भव्य रथों को भारी भीड़ द्वारा खींचा जाता है। ये रथ गुंडिचा मंदिर तक ले जाए जाते हैं, जहां तीनों देवता एक सप्ताह तक रहते हैं और फिर जगन्नाथ मंदिर लौटते हैं।

Point of View

NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

यह घटना कब हुई?
यह घटना 29 जून को सुबह लगभग 4:30 बजे हुई।
इस हादसे में कितने लोग प्रभावित हुए?
इस हादसे में तीन लोगों की मौत हुई और 10 अन्य लोग घायल हुए।
भगदड़ का कारण क्या था?
भगदड़ का कारण भारी भीड़ थी जो गुंडिचा मंदिर के पास इकट्ठा हुई थी।
क्या मृतक लोग स्थानीय थे?
हाँ, मृतक खुरदा जिले के निवासी थे।
इस रथ यात्रा का महत्व क्या है?
यह रथ यात्रा भगवान जगन्नाथ के प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है, जो हर वर्ष बड़े धूमधाम से मनाई जाती है।