क्या 25 साल की दोस्ती बेमिसाल है? पुतिन और पीएम मोदी की पुरानी तस्वीर क्यों हो रही है वायरल?
सारांश
Key Takeaways
- पुतिन का भारत दौरा महत्वपूर्ण है।
- पुरानी तस्वीर दोस्ती का प्रतीक है।
- भारत-रूस के रिश्ते स्ट्रैटेजिक और व्यक्तिगत हैं।
- पीएम मोदी का राजनीतिक सफर महत्वपूर्ण है।
- सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया जारी है।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज शाम दो दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुँचने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की इस मुलाकात पर विश्व की नजरें टिकी हुई हैं। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक पुरानी तस्वीर चर्चा का विषय बनी हुई है, जो पीएम मोदी के राजनीतिक सफर की एक महत्वपूर्ण याद को दर्शाती है।
यह तस्वीर वर्ष 2001 की है, जब पीएम मोदी पहली बार मॉस्को गए थे। उस समय मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और वह भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ रूस पहुंचे थे।
यह यात्रा 6 नवंबर 2001 को हुई थी। इसी दौरान पीएम मोदी को पहली बार राष्ट्रपति पुतिन से मिलने का मौका मिला। यह उनका पुतिन के साथ पहला परिचय था। आज, लगभग 25 साल बाद, जब पुतिन भारत दौरे पर आ रहे हैं, तो यह तस्वीर फिर से चर्चा में है।
सोशल मीडिया पर इसे साझा करते हुए लोग लिख रहे हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच लगभग ढाई दशक पुराना रिश्ता है। तस्वीर में वाजपेयी और पीएम मोदी साथ दिखाई दे रहे हैं, जिसे देखकर कई यूजर्स इसे 'इंडिया-रूस दोस्ती की पहली झलक' बता रहे हैं।
4 सितंबर 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर कुछ तस्वीरें और उससे जुड़ी यादें साझा की थीं। उन्होंने लिखा था, "2001 और 2019 की यादें और पल! आज 20वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए, मेरा मन नवंबर 2001 के रूस-भारत शिखर सम्मेलन में भी चला गया, जब अटल जी पीएम थे। उस समय मुझे गुजरात सीएम के तौर पर उनके डेलीगेशन का हिस्सा बनकर गर्व हुआ था।"
यह पोस्ट एक बार फिर वायरल हो रहा है क्योंकि मौजूदा भारत-रूस शिखर सम्मेलन से पहले इस ऐतिहासिक क्षण की याद दिलाई जा रही है।
जैसे ही राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे की खबर सामने आई, वैसे ही लोग 2001 की तस्वीरें साझा कर रहे हैं। कई यूजर्स लिख रहे हैं कि भारत और रूस की साझेदारी न केवल रणनीतिक है, बल्कि व्यक्तिगत रिश्तों की मजबूती पर भी आधारित है। यही वजह है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की दोस्ती अक्सर चर्चा में रहती है।
आज जब राष्ट्रपति पुतिन फिर भारत आ रहे हैं, तो 25 साल पहले की यह तस्वीर भारत-रूस रिश्तों के लंबे और भरोसेमंद इतिहास की एक दिलचस्प झलक पेश कर रही है।