क्या रात में बालों में तेल लगाना और मालिश करना आवश्यक है? जानिए आयुर्वेद से
सारांश
Key Takeaways
- रात में तेल मालिश बालों के लिए फायदेमंद होती है।
- बात वृद्धि के कारण बालों का झड़ना होता है।
- तेल मालिश से रक्तसंचार में सुधार होता है।
- सप्ताह में 2-3 बार मालिश करना उचित है।
- आयुर्वेद में स्वास्थ्य के लिए तेल का उपयोग महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बालों का झड़ना आजकल हर किसी की चिंता का विषय बन गया है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे तनाव, खराब खानपान, मौसम में परिवर्तन, या स्कैल्प का सूखापन। आयुर्वेद में इसे मुख्य रूप से वात वृद्धि से जोड़ा गया है।
रात का समय स्कैल्प के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है क्योंकि इस समय शरीर रिपेयर मोड में होता है और बालों की जड़ों को पोषण मिलता है। इसलिए रात को तेल से मालिश करना बालों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
यदि सही तरीके से मालिश की जाए तो बालों का झड़ना काफी हद तक कम हो सकता है, साथ ही बाल मजबूत और चमकदार भी बनते हैं।
तेल मालिश सिर के रोमकूपों को मजबूती प्रदान करती है और रक्तसंचार में सुधार लाती है। इससे सिर की त्वचा में नमी और गर्माहट बढ़ती है, बालों की जड़ों तक पोषण पहुंचता है और तनाव भी कम होता है।
आयुर्वेद में इसे नियमित दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी गई है। चरक संहिता में भी कहा गया है कि सिर की नियमित मालिश बालों और मन दोनों को स्थिर करती है। रात में मालिश करने से नींद भी गहरी होती है।
नारियल तेल ठंडक देने के लिए अच्छा है, तिल का तेल बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है, आंवला-भृंगराज तेल बालों की वृद्धि में सहायक होता है और नीम या करेला युक्त तेल फंगल इंफेक्शन में लाभकारी होता है।
मालिश के लिए तेल को हल्का गर्म करें और उंगलियों की नोक से धीरे-धीरे गोल-गोल मसाज करें। ज्यादा जोर न लगाएं, 5-10 मिनट हल्का दबाव और टेपिंग पर्याप्त है। तेल को पूरे स्कैल्प में फैलाकर रातभर लगा रहने दें। अगले दिन हल्के शैम्पू से धो लें।
सप्ताह में 2-3 बार तेल मसाज करना पर्याप्त होता है, लेकिन यदि बाल बहुत कमजोर हैं या तनाव के कारण झड़ रहे हैं तो रोज भी किया जा सकता है। तेल में हल्का लहसुन, भृंगराज पाउडर, आंवला या मेथी मिलाकर और भी असर बढ़ाया जा सकता है। इस प्रकार की नियमित रात की मालिश से केवल दो हफ्तों में फर्क महसूस होना शुरू हो जाता है।