क्या राकेश रौशन ने राघोपुर से भाजपा में शामिल होकर तेजस्वी यादव को हराने का संकल्प लिया?
सारांश
Key Takeaways
- राकेश रौशन ने भाजपा में शामिल होकर एनडीए को मजबूती दी है।
- तेजस्वी यादव का सामना करने के लिए एनडीए तैयार है।
- राघोपुर विधानसभा क्षेत्र पर लंबे समय तक लालू परिवार का कब्जा रहा है।
- भाजपा के सतीश कुमार इस बार चुनावी मैदान में हैं।
- राकेश रौशन का राजनीतिक अनुभव एनडीए को लाभ पहुंचा सकता है।
पटना, १ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के हॉट सीट राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके राकेश रौशन ने शनिवार को अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते समय बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि राघोपुर से विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को हराना एनडीए का संकल्प है। भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में राकेश रौशन अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए।
पार्टी में उनका स्वागत करते हुए बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि २००० में उनकी मां राघोपुर से चुनाव लड़ चुकी हैं। इसके बाद उन्होंने जदयू से चुनाव लड़ा और ४६,९०० वोट प्राप्त किए। फिर २०२० में इन्होंने लोजपा से चुनाव लड़ा और करीब २५,००० वोट हासिल किए। इसके अलावा वे तिरहुत स्नातक क्षेत्र से भी चुनाव लड़ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि राकेश रौशन के भाजपा में आने से राघोपुर में एनडीए और भी मजबूत होगा। उन्होंने दावा किया कि राकेश रौशन के आने से एनडीए राघोपुर सीट जीतेगी। अब विपक्ष के नेता की राघोपुर में हारने की स्थिति आ चुकी है और एनडीए लगातार मजबूत होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि एनडीए राघोपुर सीट जीतने के लिए संकल्प के साथ चुनाव लड़ रही है। उन्होंने बताया कि राकेश रौशन आज से ही चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। एनडीए की ओर से भाजपा के सतीश कुमार इस बार चुनावी मैदान में हैं।
उल्लेखनीय है कि राघोपुर को लंबे समय तक 'लालू परिवार का गढ़' कहा जाता रहा है। १९९५ से लेकर २०२० तक लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने यहां से चुनाव जीते हैं। कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव बनाम सतीश कुमार के बीच यहां कांटे का संघर्ष है।