क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सिर्फ झूठ बोलते हैं? : गिरिराज सिंह

सारांश
Key Takeaways
- गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
- बिहार की सियासत में हलचल मची हुई है।
- आयोग ने तेजस्वी यादव के दावे को खारिज किया।
- मतदाता सूची से नाम हटने का दावा किया गया था।
पटना, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हालही में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाए गए वोटर आईडी कार्ड को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर झूठ बोलकर भ्रम फैलाने का गंभीर आरोप लगाया।
सोमवार को पटना में मीडिया से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव केवल मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से संबंधित गलत जानकारी नहीं दे रहे, बल्कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था का भी अपमान कर रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तेजस्वी यादव इस तरह की गतिविधियों पर जारी रखते हैं, तो चुनाव आयोग कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य हो सकता है। तेजस्वी यादव खुद को बिहार का भावी मुख्यमंत्री मानते हैं, लेकिन निष्पक्ष चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। चुनाव आयोग कानून के अनुसार कार्रवाई करेगा।
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब तेजस्वी यादव ने 2 अगस्त को दावा किया कि उनका नाम बिहार की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है, और उन्होंने एक वोटर आईडी कार्ड दिखाया जो आयोग के रिकॉर्ड में नहीं मिला।
उनके इस दावे के बाद बिहार की सियासत में हलचल मच गई। इसी बीच, चुनाव आयोग ने तुरंत उनके दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि उनका नाम मतदाता सूची में है।
ईआरओ (पटना सदर) ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पत्र जारी किया। पत्र में कहा गया है कि 2 अगस्त 2025 को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव द्वारा कहा गया कि उनका नाम प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है। जांच में यह पाया गया कि उनका नाम मतदान केंद्र संख्या 204 (बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन) के क्रम संख्या 416 पर दर्ज है, जिसका ईपिक नंबर आरएबी0456228 है।
पत्र में आगे कहा गया है कि तेजस्वी यादव का ईपिक नंबर आरएबी2916120 प्राथमिक जांच के अनुसार आधिकारिक रूप से निर्गत प्रतीत नहीं होता है। तेजस्वी यादव से अनुरोध किया गया है कि वे ईपिक कार्ड की मूल प्रति सहित विवरण उपलब्ध कराएं ताकि इसकी गहन जांच की जा सके।