क्या इंस्टाग्राम और फेसबुक से बिहार की प्रगति संभव है? राहुल गांधी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का बयान बिहार की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है।
- सोशल मीडिया पर समय बिताने से वास्तविक विकास नहीं होगा।
- महागठबंधन की सरकार सभी वर्गों का सम्मान करेगी।
- बिहार को हर क्षेत्र में पहले स्थान पर लाने का वादा।
- बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
दरभंगा, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में अब तेजी आ गई है। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को चुनावी मैदान में कदम रखा। दरभंगा में एक चुनावी सभा में उन्होंने एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इंटरनेट डेटा सस्ते होने की टिप्पणी पर कहा कि एनडीए सरकार लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा, “इंस्टाग्राम और फेसबुक से बिहार की प्रगति नहीं होगी।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है। यदि आप अपना समय बर्बाद नहीं करेंगे और फेसबुक और इंस्टाग्राम पर नहीं रहेंगे, तो आप प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर पहुंचकर काम मांग सकते हैं।
उन्होंने कहा कि रील्स में कोई वास्तविकता नहीं है। कुछ लोग इंफ्लुएंसर बनेंगे, लेकिन कुछ वर्षों बाद वे भी बेरोजगार हो जाएंगे। राहुल ने भरोसा दिलाया कि महागठबंधन की सरकार सभी धर्मों और जातियों का सम्मान करेगी। हमारी सरकार बिहार को विकास की राह पर लाएगी, जहाँ सभी वर्गों के लिए स्थान होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि हम अति पिछड़ा वर्ग के लिए एक विशेष मैनिफेस्टो तैयार कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार में पीछे धकेल दिया है। उन्होंने वादा किया कि बिहार को हर क्षेत्र में पहले स्थान पर लाएंगे। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया और कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर इसे रोका गया था।
उन्होंने वोट चोरी के मुद्दे पर भी बात की। उनका कहना था कि भाजपा सरकार लोगों की आवाज को दबाना चाहती है। बिहार पहले ही हिंदुस्तान का केंद्र नहीं था, बल्कि दुनिया की बेहतरीन यूनिवर्सिटी भी यहाँ थी। हमारा लक्ष्य है कि बिहार को फिर से उसी स्थिति में लाना है।
उन्होंने कहा कि एनडीए कभी भी बिहार में विकास नहीं ला सकता। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे वोट चोरी को रोकें। उनका लक्ष्य है कि बिहार में सर्वश्रेष्ठ कॉलेज, विश्वविद्यालय और अस्पताल खोले जाएं। उन्होंने इससे पहले मुजफ्फरपुर में भी एक चुनावी सभा को संबोधित किया।