क्या राहुल गांधी झूठ बोलने में माहिर और लोगों को धमकाने की आदत रखते हैं? : रविशंकर प्रसाद

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का झूठ बोलना एक विवादास्पद मुद्दा है।
- भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने उनके आरोपों पर प्रतिक्रिया दी।
- अरुण जेटली का निधन 2019 में हुआ था।
- कृषि कानून 2020 में लाया गया था।
- राहुल गांधी की धमकाने की आदत पर सवाल उठाए गए हैं।
पटना, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को राहुल गांधी द्वारा भाजपा के दिवंगत नेता अरुण जेटली पर लगाए गए आरोपों का जोरदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी तो झूठ बोलने में माहिर हैं, लेकिन आज उन्होंने सभी हदें पार कर दीं।
राहुल गांधी का कहना है कि जब वे कृषि कानून का विरोध कर रहे थे, तब अरुण जेटली ने उन्हें धमकाया था और कहा था कि उन्हें यह विरोध बंद करना होगा, नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
इस पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज अरुण जेटली हमारे बीच नहीं हैं। अरुण जेटली के व्यक्तित्व से सभी वाकिफ हैं कि वे अपने विरोधियों के साथ भी मैत्रीपूर्ण व्यवहार करते थे। उनके व्यवहार से हम सब अवगत हैं। लेकिन, वे धमकी देंगे, यह सोचना भी अविश्वसनीय है। निश्चित रूप से राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अरुण जेटली का निधन जून 2019 में हो गया था, जबकि कृषि कानून 2020 में लाया गया था। ऐसे में अरुण जेटली राहुल गांधी को कैसे धमकी देंगे?
भाजपा सांसद ने राहुल गांधी के एक पुराने बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि इस देश के नौजवान एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डंडे चलाएंगे। राहुल ने यह भी कहा था कि जब वे बोलेंगे, तो संसद हिलेगी। यह राहुल गांधी का तरीका है। लोगों को धमकाना और डराना उनकी आदत में शुमार है। राहुल गांधी तो यहां तक कह चुके हैं कि उनके पास 'एटम बम' है, हम इसे फोड़ देंगे।
उन्होंने एक पुराने प्रसंग का जिक्र करते हुए बताया कि हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने गुस्से में आकर संसद की मेज पर जोर से हाथ मारा था। संसद में स्थिति ऐसी बन गई थी कि लोकसभा स्पीकर को हस्तक्षेप कर कहना पड़ा था कि यह सदन की संपत्ति है, इसकी गरिमा रखिए।