क्या राहुल गांधी ने मतदाताओं और भारतीय लोकतंत्र का मजाक उड़ाया?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की टिप्पणियाँ विवाद का कारण बनी हैं।
- भाजपा ने राहुल के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
- राजनीतिक बयानबाजी का स्तर गिरता जा रहा है।
- मतदाताओं का अपमान लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।
- बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति पर सवाल उठाए गए हैं।
नई दिल्ली/पटना, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने प्रधानमंत्री से संबंधित कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की टिप्पणी पर तीखा जवाब दिया है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने भारत तथा बिहार के हर उस गरीब का खुला अपमान किया है, जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट दिया।
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "राहुल गांधी 'अपराधी' की तरह बात करते हैं। राहुल गांधी ने मतदाताओं और भारतीय लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है।"
प्रदीप भंडारी ने राहुल गांधी का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी कर रहे थे।
सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में एक चुनावी रैली में जनता को संबोधित करते हुए कहा, "यदि आप लोग प्रधानमंत्री से कहेंगे कि वोट के लिए ऐसा ड्रामा करो, तो वे कर देंगे। आप चुनाव तक उनसे कुछ भी करा सकते हैं। चुनाव के बाद प्रधानमंत्री आपको नजर नहीं आएंगे।"
राहुल गांधी ने दिल्ली के छठ पर्व को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ड्रामा कर रहे हैं कि मैं यमुना में नहाया हूं। वहाँ कोई यमुना नहीं, बल्कि एक तालाब है। वे अपने स्विमिंग पूल में नहाने गए थे। उन्हें यमुना और छठ पूजा से कोई वास्ता नहीं है। उन्हें केवल आपका वोट चाहिए।"
राहुल गांधी ने कहा, "बिहारियों का बिहार में कोई भविष्य नहीं है। यह आपकी सच्चाई है। नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से यहाँ सरकार चला रहे हैं। वह खुद को अति पिछड़ा बताते हैं। मुझे बताएं कि उन्होंने पिछले 20 वर्षों में बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए क्या किया है। क्या आप ऐसा राज्य चाहते हैं जहाँ आपको कुछ न मिले? हमें ऐसा बिहार नहीं चाहिए। हमें ऐसा बिहार चाहिए जहाँ स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार हो।"