क्या राहुल गांधी के मजबूत होने से कांग्रेस कमजोर हो रही है? जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की समीक्षा बैठक में हार के कारणों पर चर्चा हुई।
- राजीव रंजन ने राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया।
- बिहार में आंतरिक संकट गहराया है।
- ममता बनर्जी पर भी तंज कसा गया।
- अखिलेश यादव के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी गई।
पटना, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया, जिसमें हार के कारणों का विश्लेषण और आगामी चुनावी रणनीति पर चर्चा की गई। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरुवार को कांग्रेस के इस खराब प्रदर्शन का ठीकरा राहुल गांधी पर फोड़ा।
राजीव रंजन ने शायराना अंदाज में कहा कि 'अब पछताए क्या होत, जब चिड़िया चुग गई खेत।' उनके अनुसार, कांग्रेस के लिए अब मुश्किल भरे दिन शुरू हो चुके हैं। जैसे-जैसे राहुल गांधी कांग्रेस में मजबूत होते गए, पार्टी कमजोर होती चली गई।
बिहार में कांग्रेस के आंतरिक संकट के चलते कई नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है, लेकिन इसके बावजूद विरोध के स्वर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। राहुल गांधी के लिए यह एक अग्निपरीक्षा है, और उन्हें कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
राजीव रंजन ने एसआईआर के पीछे के असली मकसद पर ममता बनर्जी के बयान पर तंज कसा। उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी जानती हैं कि बंगाल में उनका जनाधार खत्म हो गया है।' उन्होंने यह भी कहा कि 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल दल हारने की स्थिति में एसआईआर पर ठीकरा फोड़ने का काम करते हैं, जिसमें ममता बनर्जी भी शामिल हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा यूपी में तीन करोड़ वोट काटने के आरोप पर जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि इन सभी की दुकानें आने वाले समय में बंद होने वाली हैं। जनता एक बार फिर विपक्ष के नकारात्मक दृष्टिकोण के खिलाफ अपना जनादेश देने जा रही है।