क्या राहुल गांधी के ड्राइवर बनने के बाद तेजस्वी यादव दिल्ली दरबार पहुंचे?

सारांश
Key Takeaways
- नीरज कुमार का तीखा बयान महागठबंधन की स्थिति को इंगित करता है।
- तेजस्वी यादव को दिल्ली आकर अपनी पार्टी के लिए सीट मांगनी पड़ी।
- राजनीतिक पलायन पर चर्चा हो रही है।
- बिहार में विकास के मुद्दे पर सवाल उठाए गए हैं।
पटना, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड के नेता नीरज कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के ड्राइवर बनने के बाद खुद को महागठबंधन का नेता साबित करने के लिए दोनों दिल्ली दरबार पहुंचे हैं।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में जदयू नेता ने व्यंग्य करते हुए कहा कि लालू यादव बड़े भाग्यशाली हैं। उन्हें एक साथ दो महत्वपूर्ण काम करने का शानदार अवसर मिला है। एक ओर वे महागठबंधन की सीट बंटवारे की समस्याओं को सुलझाएंगे, दूसरी ओर 'लैंड फॉर जॉब' मामले में अदालत में भी पेश होंगे। वे सामाजिक समारोहों में नहीं, बल्कि दिल्ली दरबार में याचना मांगने पहुंचे हैं।
तेजस्वी पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि वे महागठबंधन का नेता बनना चाहते हैं, लेकिन राहुल गांधी के ड्राइवर बनने के बाद भी उनकी पार्टी को सीट मांगने के लिए दिल्ली आना पड़ रहा है, और यह स्थिति लालू प्रसाद यादव की उपस्थिति में हो रही है।
तेजस्वी यादव के पलायन संबंधी बयान पर जदयू नेता ने कहा कि अगर पलायन रोकना है, तो पहले राजनीतिक पलायन का उदाहरण प्रस्तुत करें। तेजस्वी यादव ने संजय यादव को हरियाणा से लाकर राज्यसभा भेजा, क्या बिहार में यादव समुदाय का कोई प्रतिनिधि नहीं था। पहले इस पर ध्यान देना चाहिए था।
उन्होंने तेजस्वी से सवाल किया कि आपने दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी, फार्महाउस और अन्य स्थानों पर जो संपत्ति संचित की है, उसे बेचकर बिहार में निवेश क्यों नहीं करते? आप आर्थिक पलायन को क्यों बढ़ावा दे रहे हैं? सर्वेक्षणों के अनुसार, बिहार में 94.5 प्रतिशत लोग गांवों और कस्बों में रहते हैं। नीरज कुमार ने तेजस्वी को पलायन पर सार्वजनिक मंच पर बहस की चुनौती दी।
उन्होंने कहा कि जातिगत सर्वे की रिपोर्ट लाएं, जिसमें सभी विवरण हों। राजनीतिक पलायन के लिए आप जिम्मेदार हैं। बिहार में सामान्य लोग सुरक्षित हैं।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर दिए गए बयान पर नीरज कुमार ने कहा कि इंदिरा गांधी की हत्या एक अलग मामला है, लेकिन वे एक ऐसी राजनेता थीं जिन्हें आयरन लेडी कहा जाता था। उन्होंने अपनी जान को खतरे की आशंका पहले ही जता दी थी। आतंकवाद के खिलाफ सर्वदलीय सहमति थी। धार्मिक स्थलों का उपयोग आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए नहीं हो सकता। भिंडरावाले जैसे लोग, जो निर्दोष लोगों की हत्या के दोषी थे, ऑपरेशन ब्लू स्टार में छिपाए गए और बाद में बहाने के तौर पर इस्तेमाल किए गए। इतने वर्षों बाद इस पर सवाल उठाना आतंकवाद की सरपरस्ती करने जैसा है।
सीट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन, नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए एकजुट है और मजबूती से चुनावी मैदान में उतरेंगे और जीतेंगे।
तेजस्वी से सवाल करते हुए जदयू नेता ने कहा कि जिस विधानसभा क्षेत्र से आप विधायक रहे, वहां कितना विकास किया? इसका ब्योरा दीजिए और बताइए कि क्या आप उसी सीट से फिर चुनाव लड़ेंगे? नीतीश कुमार की सरकार ने बिजली, पुल-पुलिया और हर पंचायत में स्कूल खोले। तेजस्वी ने विधायक निधि से कितना काम किया, इसका श्वेत पत्र जारी करें, वरना हम करेंगे।