क्या राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा सफल होगी? सलमान खुर्शीद का बयान
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की यात्रा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण है।
- यह भारत के लिए एक नई दिशा में सोचने का अवसर है।
- भाजपा का विरोध राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।
- यूरोप के प्रमुख नेताओं के साथ बातचीत की क्षमता।
- न्यू वर्ल्ड ऑर्डर पर चर्चा का महत्व।
नई दिल्ली, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा को लेकर वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने आश्वस्त किया है कि यह यात्रा सफल होगी और भारत को इससे लाभ होगा।
यह बयान उस समय आया है जब संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और भाजपा राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा को लेकर लगातार विरोध कर रही है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी का एलओपी का मतलब है 'लीडर ऑफ पर्यटन।'
भाजपा के बयानों पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि राहुल गांधी हमारे देश के बड़े नेताओं में से एक हैं। वह विपक्ष के प्रमुख नेता हैं और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। उनकी अंतरराष्ट्रीय पहचान भी बहुत अच्छी है। पूरी दुनिया में लोग उनसे बातचीत करने और सलाह मांगने के लिए तत्पर रहते हैं।
उन्होंने बताया कि राहुल गांधी प्रगतिशील अलायंस की मुख्य कमेटी के निमंत्रण पर जर्मनी गए हैं। लोग मानते हैं कि राहुल गांधी के स्तर के नेताओं का एकत्र होना न्यू वर्ल्ड ऑर्डर पर चर्चा करने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्हें इस चर्चा के लिए बुलाया गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष आज वहां मौजूद हैं, और मुझे उम्मीद है कि वहां महत्वपूर्ण बातें होंगी।
उन्होंने आगे कहा कि न्यू वर्ल्ड ऑर्डर के संदर्भ में राहुल गांधी का योगदान हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। इसके जरिए उन्हें यूरोप के शीर्ष नेताओं से बातचीत करने का अवसर भी मिलेगा। लोग यह जानना चाहते हैं कि नई विश्व व्यवस्था में किस दिशा में बढ़ना है। रूस-यूक्रेन के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, मैं आशा करता हूं कि राहुल गांधी की यात्रा सफल रहेगी और भारत को इसका फायदा होगा।