क्या राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' बिहार में बदलाव लाएगी?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करना है।
- तेजस्वी यादव ने कैंपेन सॉन्ग जारी कर लोगों को जोड़ा है।
- यात्रा बिहार के 23 जिलों से होकर गुजरेगी।
- यात्रा का समापन 1 सितंबर को गांधी मैदान में होगा।
- यह यात्रा वोटर जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है।
पटना, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में आगामी चुनावों से पहले चुनाव आयोग की मतदाता सूची में गहन जांच को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्ष इस मुद्दे को वोट की चोरी के रूप में पेश कर सत्ता पक्ष पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस संदर्भ में कल, यानी रविवार से बिहार की सड़कों पर सक्रिय होंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के नेता वोटर अधिकार यात्रा पर निकलेंगे। इस मौके पर तेजस्वी यादव ने एक कैंपेन सॉन्ग जारी किया है। तेजस्वी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस गाने का वीडियो साझा किया और लोगों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस यात्रा में शामिल हों।
वीडियो के 2.41 मिनट में तेजस्वी ने लिखा, "किसी का भी अधिकार छूटे नहीं, आजादी का भाव टूटे नहीं, किसी का वोट कटे नहीं।"
तेजस्वी ने बताया कि कल बिहार के सासाराम से वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत होगी। इस गाने में तेजस्वी ने विपक्ष को तानाशाह बताया है। गाने में यह भी कहा गया है कि लोकतंत्र की ज्योत ना बुझे, इसके लिए तानाशाहों का मुकाबला करना जरूरी है।
राहुल गांधी की यह यात्रा 17 अगस्त से रोहतास जिले के सासाराम से प्रारंभ होगी। यह यात्रा बिहार के 23 जिलों से होकर गुजरेगी। इसमें राजद नेता तेजस्वी यादव और बिहार में गठबंधन के सभी छह दलों के नेता शामिल होंगे। रोहतास से शुरू होने के बाद, राहुल गांधी की यह यात्रा 18 अगस्त को औरंगाबाद, 19 अगस्त को गयाजी और नवादा पहुंचेगी, और 20 अगस्त को विश्राम करेगी।
इसके बाद 21 अगस्त को लखीसराय-शेखपुरा से यात्रा फिर से शुरू होगी, जो 22 अगस्त को मुंगेर और भागलपुर, 23 अगस्त को कटिहार और 24 अगस्त को पूर्णिया और अररिया पहुंचेगी। 'इंडिया' ब्लॉक के नेता 25 अगस्त को विश्राम करेंगे और 26 अगस्त को सुपौल से अपनी यात्रा फिर शुरू करेंगे। वे 27 अगस्त को दरभंगा और मुजफ्फरपुर, 28 अगस्त को सीतामढ़ी और मोतिहारी, 29 अगस्त को बेतिया, गोपालगंज और सीवान, और 30 अगस्त को छपरा और आरा पहुंचेंगे।
31 अगस्त को विश्राम होगा और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ इसका समापन होगा।