क्या राहुल गांधी को कमेंटबाजी छोड़कर विकास पर ध्यान देना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी को विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- सुभाष यादव ने कमेंटबाजी की आलोचना की है।
- बिहार में चुनावी मुद्दे महत्वपूर्ण हैं।
- जनता को विकास और रोजगार पर चर्चा करने वाले नेताओं की आवश्यकता है।
- नेताओं को जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
पटना, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भाई सुभाष यादव ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को कड़ी नसीहत दी है। उनका कहना है कि जनता उन नेताओं की बातें सुनना पसंद करती है, जो विकास, रोजगार और अपराध रोकथाम जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। लेकिन, राहुल गांधी केवल कमेंटबाजी में लगे रहते हैं, और उन्हें विकास की गहराई नहीं समझ आती।
यह टिप्पणी उस समय आई है जब बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 121 सीटों पर हुआ। बिहार की जनता ने बेहतर भविष्य के लिए मतदान में भाग लिया। इस चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के उम्मीदवार एक-दूसरे से मुकाबला कर रहे हैं, जबकि राहुल गांधी बिहार आकर महागठबंधन की सरकार बनाने की अपील कर रहे हैं।
चुनाव के पहले चरण से पहले, राहुल गांधी ने हरियाणा में चुनावी धांधली के गंभीर आरोप लगाए और चेतावनी दी कि बिहार में भी ऐसा हो सकता है। जेन-जी से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव की चोरी को रोकना और संविधान की रक्षा करना आवश्यक है।
सुभाष यादव ने राहुल गांधी के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे एक मूर्ख व्यक्ति हैं, जिन्हें न तो सही से बोलना आता है, न ही चलना। वे किसी भी गंभीर चर्चा को सहन नहीं कर सकते और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों का अंत में लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को विकास पर चर्चा करनी चाहिए कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे किस तरह विकास करेंगे और अपराध पर नियंत्रण कैसे पाएंगे। लेकिन, वे तो हर बार कमेंटबाजी में लगे रहते हैं।
सुभाष यादव ने यह भी कहा कि जनता उन नेताओं की बात सुनना चाहती है जो विकास के लिए गंभीर हैं। निरर्थक टिप्पणियों का कोई लाभ नहीं है।