क्या राहुल गांधी पाकिस्तान का एजेंडा चला रहे हैं? शिवसेना प्रवक्ता सुशीबेन शाह का आरोप

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी पर पाकिस्तान का एजेंडा चलाने का आरोप
- विपक्ष की चुप्पी संदिग्ध है
- आयुष्मान भारत योजना से स्वास्थ्य में सुधार
- शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता
- संदेश कि राजनीति में सच्चाई की खोज जरूरी है
मुंबई, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना प्रवक्ता सुशीबेन शाह ने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराने' का जिक्र किया है। सुशीबेन शाह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पाकिस्तान का एजेंडा चला रहे हैं, और संजय राउत संसद में उनका समर्थन कर रहे हैं।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में सुशीबेन शाह ने कहा कि एयर चीफ मार्शल के बयान के बाद पूरा विपक्ष चुप है। इंडी अलायंस में शामिल राजनीतिक दलों की ओर से सेना के समर्थन में कोई बयान नहीं आया है। उनकी चुप्पी बहुत कुछ कहती है, क्योंकि वे केवल पाकिस्तान की बयानबाजी दोहराते हैं, झूठे मुद्दे उठाते हैं और गलत बातें करते हैं। जनता भी जान चुकी है कि विपक्ष केवल पाकिस्तान की बात करता है।
वोट चोरी विवाद पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन को यह बात समझनी चाहिए कि वे कर्नाटक और हिमाचल विधानसभा चुनाव का मुद्दा नहीं उठाते हैं क्योंकि वहां पर उन्हें अच्छे वोट मिले। महाराष्ट्र में हार मिलने पर वे वोट चोरी का मुद्दा उठाते हैं। महाराष्ट्र और भारत की जनता इस दोहरे मापदंड को समझ चुकी है।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के पत्र पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें चिंता नहीं होनी चाहिए कि भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कहां हैं। अगर उन्हें पत्र लिखना है तो देश में कई मुद्दे हैं। कभी वीर सावरकर, अनुच्छेद 370 और रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भी पत्र लिखना चाहिए। जिस अखबार में वह संपादकीय लिखते हैं, महाराष्ट्र के लोगों को पसंद नहीं है और उन पर विश्वास भी नहीं है।
राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ बयान पर उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस से कुछ साबित नहीं होता। अगर चुनाव पर आपत्ति है, तो कोर्ट जाएं या चुनाव आयोग में एफिडेविट दर्ज करें।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के स्वास्थ्य और गरीबों पर दिए बयान का समर्थन करते हुए शिवसेना नेता ने कहा कि सरकार उनके सुझावों पर विचार करेगी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में ढाई करोड़ परिवार आयुष्मान भारत-महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के तहत 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा प्राप्त कर रहे हैं, जिसमें निजी अस्पताल भी शामिल हैं। यह योजना एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री काल में शुरू हुई और राज्य की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है।
शिक्षा के क्षेत्र में, उन्होंने मुंबई और पुणे के निगम स्कूलों में सीबीएसई स्तर की अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई की बात की, लेकिन निजी स्कूलों को फैशन बनने की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फीस संबंधी फैसले का हवाला देते हुए उन्होंने लोगों से महाराष्ट्र के एक लाख सरकारी स्कूलों में जाकर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सुझाव देने की अपील की।