क्या नैनीताल में धनगढ़ी नाले के पास हुआ भयानक हादसा?

सारांश
Key Takeaways
- दो शिक्षकों की सड़क हादसे में मृत्यु हुई।
- चार अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें से तीन शिक्षक हैं।
- हादसे का कारण बस का ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है।
- स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
- हादसे के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हैं।
नैनीताल, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रामनगर से 22 किलोमीटर दूर धनगढ़ी नाले के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग-309 पर सोमवार को एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई। इस हादसे में दो शिक्षकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
दुर्घटना उस समय हुई, जब धनगढ़ी नाले के पास कुछ लोग बरसाती नाले में पानी का स्तर कम होने का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच, एक तेज रफ्तार बस ने छह लोगों को रौंद दिया। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही जान चली गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों मृतक शिक्षक थे।
घायलों को रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय धनगढ़ी नाले के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें थीं। लोग नाले का पानी कम होने का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक पीछे से आई एक तेज रफ्तार बस ने इन लोगों को रौंद दिया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे का कारण बस का ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है, लेकिन इस बारे में तकनीकी जांच के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी। इस बीच, पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतकों में से एक की पहचान सुरेंद्र सिंह पंवार (53 वर्ष) (पुत्र बिशन सिंह पंवार, निवासी गंगोत्री विहार, कानिया, रामनगर) और दूसरे की पहचान वीरेंद्र शर्मा (42 वर्ष) (पुत्र देवीदत्त शर्मा, निवासी मानिला विहार, चोरपानी, रामनगर) के रूप में हुई है।
दुर्घटना में चार अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें से तीन शिक्षक हैं। घायलों में सत्य प्रकाश, दीपक शाह, और सुनील राज शामिल हैं। वहीं, एक अन्य ललित पांडे घायल हुए हैं। सभी घायलों को स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से तुरंत रामनगर संयुक्त चिकित्सालय पहुँचाया गया।
रामनगर की तहसीलदार मनीषा मारकाना ने बताया, "हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया। इस घटना में दो लोगों की मौत हो चुकी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस के ब्रेक फेल होने की बात सामने आई है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही सही कारण स्पष्ट होगा।"
इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि धनगढ़ी नाले के पास बरसात के मौसम में हर साल पानी का स्तर बढ़ने से खतरा बढ़ जाता है।