क्या एफआईआई की वापसी से भारतीय शेयर बाजार में उछाल आया?

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क्या एफआईआई की वापसी से भारतीय शेयर बाजार में उछाल आया?

सारांश

सोमवार को भारतीय शेयर बाजार ने विदेशी संस्थागत निवेशकों की खरीदारी के चलते लगभग 1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। जानें, यह उछाल कैसे संभव हुआ और इसमें कौन से प्रमुख कारक शामिल थे।

Key Takeaways

  • एफआईआई की वापसी से बाजार में तेजी आई।
  • सेंसेक्स 746 अंक की वृद्धि के साथ बंद हुआ।
  • जुलाई में म्यूचुअल फंड में 42,702 करोड़ का निवेश हुआ।
  • बैंकिंग क्षेत्र ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • सोने की कीमतों में गिरावट आई।

मुंबई, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पिछले कारोबारी सत्र की गिरावट के बाद सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की खरीदारी के चलते भारतीय शेयर बाजार ने करीब 1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ समापन किया।

एफआईआई की वापसी, पहली तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के सकारात्मक परिणामों और व्यापक बाजार में खरीदारी ने तेजी के रुझान को प्रोत्साहित किया।

एएमएफआई द्वारा जारी मजबूत म्यूचुअल फंड प्रवाह आंकड़ों ने भी बाजार की गति को बढ़ाया।

सेंसेक्स 746.29 अंक या 0.93 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 80,604.08 पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला सूचकांक पिछले सत्र के 79,857.79 के स्तर के बाद शुरू में स्थिर रहा।

बाद में, एफआईआई की वापसी और जुलाई के म्यूचुअल फंड प्रवाह के सकारात्मक आंकड़ों के बीच सूचकांक में भारी खरीदारी देखी गई। सूचकांक ने दिन के कारोबार में 80,636.05 का उच्चतम स्तर छुआ।

निफ्टी 221.75 अंक या 0.91 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 24,585.05 पर बंद हुआ।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार में तीन महीने के निचले स्तर के बाद राहत भरी तेजी देखी गई; सकारात्मक वैश्विक संकेतों और एफआईआई की क्रमिक वापसी ने धारणा को मजबूती प्रदान की।"

बैंकिंग क्षेत्र की प्रमुख कंपनी के पहली तिमाही के नतीजों के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने सुर्खियाँ बटोरीं, और सभी क्षेत्रों में व्यापक गति देखी गई।

नायर ने कहा कि निवेशक इस सप्ताह होने वाले अमेरिका-रूस समिट का सकारात्मक आकलन कर रहे हैं, जिससे भू-राजनीतिक तनाव में कमी आने की संभावना है।

टाटा मोटर्स, इटरनल, अदाणी पोर्ट्स, ट्रेंट, एसबीआई, एलएंडटी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक और कोटक बैंक शीर्ष लाभार्थियों में शामिल रहे। वहीं भारती एयरटेल, बीईएल और आईसीआईसीआई बैंक मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।

ज्यादातर क्षेत्रीय सूचकांकों में भी तेजी देखी गई। निफ्टी फिन सर्विसेज 238 अंक या 0.91 प्रतिशत, निफ्टी बैंक 505 अंक या 0.92 प्रतिशत, निफ्टी ऑटो 249 अंक या 1 प्रतिशत और निफ्टी आईटी 146 अंक या 0.42 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।

सोमवार को एएमएफआई के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंडों में 42,702 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश हुआ, जो जून के 23,587 करोड़ रुपए से 81 प्रतिशत अधिक है।

जुलाई के अंत तक, म्यूचुअल फंड उद्योग का एयूएम बढ़कर 75.36 लाख करोड़ रुपए हो गया।

एएमएफआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जून में एयूएम 74.40 लाख करोड़ रुपए और मई में 72.19 लाख करोड़ रुपए थी।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा के लिए 15 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति और रूसी राष्ट्रपति के बीच बैठक की खबर से सोने की कीमतों में गिरावट आई, जिससे संभावित समाधान के संकेत मिले।

एलकेपी सिक्योरिटीज के जतीन त्रिवेदी ने कहा, "कॉमेक्स पर सोना 3,400 डॉलर से गिरकर 3,355 डॉलर पर आ गया, जबकि एमसीएक्स पर सोना 1,200 रुपए गिरकर 1,00,550 रुपए पर आ गया। इस हफ्ते, आगे के संकेतों के लिए अमेरिकी सीपीआई और कोर सीपीआई के आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सोने की कीमत 99,500 रुपए से 1,02,000 रुपए के बीच देखी जा रही है।"

Point of View

NationPress
27/12/2025

Frequently Asked Questions

एफआईआई की वापसी का क्या अर्थ है?
एफआईआई की वापसी का अर्थ है कि विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में फिर से निवेश कर रहे हैं, जो बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है।
क्या शेयर बाजार में आगे और वृद्धि संभव है?
यदि वैश्विक संकेत सकारात्मक रहते हैं और एफआईआई का निवेश बढ़ता है, तो आगे और वृद्धि संभव है।
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