क्या राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर प्रदीप भंडारी का बयान सही है?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर विवादित बयान।
- भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी की आलोचना।
- प्रधानमंत्री मोदी की सेवा की चर्चा।
- तृणमूल कांग्रेस पर हमले का विश्लेषण।
- राजनीतिक रणनीति के अंतर्गत बयानों की समीक्षा।
नई दिल्ली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के मलेशिया दौरे पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने हमला किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश में पार्टी करने की प्रवृत्ति के लिए जाने जाते हैं।
भंडारी ने कहा कि राहुल का ध्यान भारत में नहीं, बल्कि विदेशी धरती पर है। यही कारण है कि वह भारतीय अर्थव्यवस्था को 'मृत अर्थव्यवस्था' मानते हैं। जब पंजाब के लोगों, विशेषकर बाढ़ पीड़ितों की बात आती है, तो वह वहां नहीं जाते, बल्कि मलेशिया चले जाते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेवा में विश्वास करते हैं और जल्द ही पंजाब में जाएंगे। वह किसानों की समस्याओं को समझेंगे। हाल ही में कृषि मंत्री ने भी पंजाब जाकर किसानों के साथ संवाद किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि देश में दो मॉडल हैं। एक राहुल गांधी का है, जो केवल वोट बैंक के लिए खड़े होते हैं और विदेशों में पार्टी करने जाते हैं। दूसरा मॉडल प्रधानमंत्री मोदी का है, जो 24 घंटे, 365 दिन देश की जनता की सेवा में जुटे रहते हैं।
भंडारी ने तृणमूल कांग्रेस पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि यह एक घुसपैठिया समर्थन पार्टी है, जिसने वोट बैंक के लिए रोहिंग्या घुसपैठियों का समर्थन किया है। तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के बयान से स्पष्ट होता है कि वे बौखलाए हुए हैं।
ज्ञात हो कि टीएमसी नेता अब्दुर रहीम बख्शी ने भाजपा विधायक शंकर घोष पर तेजाब डालने की धमकी दी है। शंकर घोष के पुराने बयान से नाराजगी जताते हुए उन्होंने यह कहा।
भंडारी ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार को जनसमर्थन नहीं मिल रहा है, इसलिए वह भाजपा के विधायकों को डराने का प्रयास कर रही हैं। बंगाल की जनता की आवाज भाजपा उठाती रहेगी। वह जानती हैं कि बंगाल की जनता तृणमूल कांग्रेस के साथ नहीं, बल्कि भाजपा के साथ खड़ी है।
भंडारी ने कहा कि बंगाल के आगामी चुनाव में ममता बनर्जी की हार निश्चित है। इस हार से बचने के लिए वह विपक्षी दलों को डराने का प्रयास कर रही हैं। यह स्पष्ट है कि प्रदेश में लोकतंत्र नहीं, बल्कि गुंडा तंत्र चल रहा है।